नई दिल्ली. अपराध पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस सीसीटीवी कैमरों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है. सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए जाने वाले कैमरों के आसपास गोली चलने या कोई संदिग्ध दिखाई देने पर पुलिस को तुरंत अलर्ट मिलेगा.

टेक्नोलॉजी डिवीजन के संयुक्त आयुक्त बीएस जयसवाल ने बताया कि फिलहाल पुलिस की ओर से इस तकनीक का ट्रायल किया जा रहा है. अपराध को नियंत्रित करने और लोगों को समय पर मदद पहुंचाने के लिए पुलिस बड़े पैमाने पर एआई तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है. दिल्ली में फिलहाल पुलिस के लगभग 15 हजार कैमरे लगे हुए हैं. इसके साथ ही सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत आने वाले दिनों में 10 हजार नए कैमरे लगाए जाएंगे. इनके लिए सभी जिला डीसीपी से जगह चिह्नित करने को कहा है.

सीसीटीवी कैमरों से दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों की निगरानी के लिए बड़ा कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. यहां से 24 घंटे शहर के विभिन्न हिस्सों की निगरानी की जाएगी. किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि देखने या अपराध होने की सूरत में यह तुरंत पीसीआर को अलर्ट भेजेगा. इसके साथ ही उस क्षेत्र के बीट सिपाही को भी अलर्ट जाएगा ताकि वह तुरंत मौके पर पहुंच सके.

सुरक्षा

सुनसान सड़क पर अगर महिला अकेली जा रही है तो यह कैमरे तुरंत कंट्रोल रूम को इसका अलर्ट भेजेंगे. महिला कैमरों के सामने हाथ हिलाएगी तो भी इसकी सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी.

संदेश

अगर किसी जगह पर कोई व्यक्ति संदिग्ध हरकत करता हुआ दिखेगा तो भी यह कैमरे तुरंत अलर्ट भेजेंगे. अगर कोई शख्स छिपकर जा रहा है या घुटने के बल चल रहा है तो कैमरे तुरंत उसका संदेश कंट्रोल रूम के पास भेज देगा.

सुविधा

इस तकनीक से कार्यक्रम में बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने की भी सुविधा मिलेगी. कार्यक्रम में बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने के लिए कैमरे में उन लोगों का डाटा अपलोड करना होगा, जिन्हें अनुमति नहीं है. कैमरे के सामने आते ही कंट्रोल रूम में अलर्ट मिल जाएगा.

सुराग

इन कैमरों में दिल्ली से चोरी होने वाली गाड़ियों का डाटा भी अपलोड किया जाएगा. कैमरे के सामने से अगर कोई चोरी की गाड़ी गुजरेगी तो तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी.

सहायता

इन कैमरों के पास अगर कोई दिल का दौरा पड़ने या किसी अन्य वजह से गिरता है तो उसका अलर्ट पीसीआर और बीट के सिपाही को मिल जाएगा. इससे समय रहते उस शख्स तक मदद पहुंच सकेगी.

कमांड कंट्रोलरूम तैयार

किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में इन कैमरों की फुटेज देखने के लिए पुलिस ने एक बस में कमांड कंट्रोल रूम तैयार किया है. इसमें बैठकर अधिकारी विभिन्न इलाकों की सीसीटीवी फुटेज देख सकेंगे. बड़ी वारदात होने पर इस कमांड कंट्रोल रूम को उसी क्षेत्र में पहुंचाया जाएगा और वहां से ही अधिकारी निगरानी कर सकेंगे.