पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। जिले में ओडिशा का धान लाकर सोसायटी में न बेच सके, इसके लिए प्रशासन ने पूरी ताकत लगा दी है. पहले दौरे में सीमाओं को सील कर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए है. आज कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने देवभोग ब्लॉक के दूसरे दौरे में रकबा समर्पण कराने पर जोर दिया है. खरीदी प्रभारियों को कलेक्टर ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि 5 एकड़ से कम रकबा वाले किसानों का धान एक बार में एक मुश्त खरीदी करें. टोकन में काटी गई मात्रा एक बार में उपार्जन केंद्र नहीं पहुंचा तो अंतर की मात्रा व रकबा को सीधे समपर्ण कराए.

ये वही अंतर की मात्रा होता है जिसका उपयोग बिचौलिये के माध्यम से ओडिशा के धान का उपयोग होता है. समर्पण नहीं हुए या किसी भी प्रभारी की लापरवाही पाई गई तो सीधे सस्पेंड की कार्रवाई करने की बात कलेक्टर ने कही है.

धान हवा में उड़ाया, पहचान भी लिया किसान का ही धान है

कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर देवभोग, लाटापारा, गोहरापदर व सिनापाली धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया. कलेक्टर ने लाटापारा केंद्र में धान की ढेरी लगवा कर उसकी नमी मापने के अलावा धान वास्तव में किसान का ही है कि नहीं इसकी तस्दीग के लिए धान को मुठी में लेकर हवा में उड़ाया. धान से उड़ते मलबे को देख कर समझने की कोशिश किया कि धान खलिहान से ही आया है. केंद्रों में बारदाने पर नाम स्पष्ट छाप समेत अन्य जरूरी सुविधाओं का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश भी दिया है.