भोपाल। एमपी अजब है सबसे गजब है। मध्यप्रदेश सरकार के टूरिज्म विभाग द्वारा बनाए गए विज्ञापन का यह गीत तो आपको याद होगा ही। ग्वालियर से जो खबर निकल कर सामने आ रही है, उससे तो यही साबित होता है कि एमपी ना सिर्फ अजब है बल्कि गजब भी है। हम बात कर रहे हैं ऐसे मामले की जहां एक भैंस ने सड़क पर गोबर कर दिया तो नगर निगम ने भैंस के मालिक पर जुर्माना लगा दिया और जुर्माना भी हजार-पांच सौ का नहीं बल्कि 10 हजार रुपये का। नगर निगम ने भैंस के गोबर करने का जुर्माना मालिक से 10 हजार रुपये वसूल लिया और बकायदा इसकी पर्ची भी काट कर दी।

भैंस मालिक का जुर्म सिर्फ इतना है कि उनकी दो भैंस चरते-चरते निर्माणाधीन सड़क पर जा पहुंची और एक भैंस ने सड़क पर गोबर कर दिया। उसी दौरान वहां कलेक्टर और निगम कमिश्नर पहुंच गए। कलेक्टर को भैंस का गोबर करना नागवार गुजरा और उन्होंने निगम कमिश्नर को जुर्माना लगाने कहा। कलेक्टर के आदेश मिलते ही निगम कमिश्नर ने बगैर कुछ सोचे भैंस मालिक पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भरने का आदेश जारी कर दिया।

सचिन तेंदुलकर मार्ग पर रहने वाले भैंस मालिक बेताल सिंह को मौके पर बुलाया गया और मनीष कनोजिया नाम के क्षेत्र अधिकारी ने उन पर 10 हजार का जुर्माना लगा दिया। बेताल सिंह ने जुर्माने की इतनी बड़ी रकम भरने से असमर्थता व्यक्त की तो निगम कर्मचारी उनकी भैंसों को जब्त कर ले जाने की बात कही। जिसके बाद बेताल सिंह ने 10 हजार रुपया जुर्माना भरा और निगम कर्मियों ने उसकी रसीद उन्हें थमा दी।