ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसी चीजें बताई गई हैंए जिससे कोराबार में हो रहा घाटा रुक जाता है। साथ ही लाभ भी प्राप्त होता है।अक्सर लोग व्यापार में होने वाले घाटे से परेशान रहते हैं। वैदिक ज्योतिष में व्यापार में हो रहे घाटे के कई उपाय बताए गए है। मान्यता है कि इन उपायों को करने से कारोबार में हानि नहीं होती है और लाभ मिलना शुरू हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आइए जानते हैं कि किन उपायों को करने से व्यापार में घाटा नहीं होता है। साथ ही लाभ भी मिलने लगता है।

व्यापार वृद्धि यंत्र की करें पूरा

अगर कारोबार में आपको लगातार घाटा हो रहा हैए तो व्यापार वृद्धि यंत्र की नियमित पूजा करें। शुक्ल पक्ष में रविवार के दिन इस यंत्र को स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है। रोजाना विधि. विधान से इस यंत्र की पूजा करने से कारोबार में बढ़ोतरी के साथ धन लाभ होने की मान्यता है।

कारोबार में लाभ के लिए रखें गोमती चक्र

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आप शुल्क पक्ष में गुरुवार के दिन 12 गोमती चक्रों पर तिलक लगाकर उसे दुकान या व्यवसाय स्थान पर रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से कारोबार में जल्दी लाभ मिलता है। गोमती चक्र एक सफेद पत्थर होता हैए जो गोमती नदी में पाया जाता है। मान्यता है कि इस पत्थर में मां लक्ष्मी का रूप होता है। कुबरे को धन का देवता कहा जाता है और उनका स्थान उत्तर दिशा की ओर होता है। ऐसे में दुकान या कोराबार के स्थान को उत्तर दिशा को दोष मुक्त रखना चाहिए। उत्तर दिशा दोष मुक्त नहीं होने से कोरोबार में परेशानियां और लाभ न मिलने की मान्यता है।

व्यापार में वृद्धि के उपाय

दुकान या व्यवसायिक स्थान में प्रवेश करने से पहले दाहिना हाथ पृथ्वी पर लगाए और उसके बाद उसे मस्तक पर स्पर्श करें। कारोबार वाले स्थान पर गाय को रोटी खिलाए। मान्यता के अनुसार कच्चे सूत को केसर रंग में भिगोकर उसे अपने प्रतिष्ठान पर बांध दे। ऐसा करने से कारोबार में सफलता मिलती है।