जन्म के बाद कुछ बच्चों की बॉडी में खून की कमी पाई जाती है. ये समस्या लंबे समय तक भी रह सकती है. जब शरीर में खून की कमी हो जाती है तो उसको एनीमिया की बीमारी कहते हैं. बड़ों की तुलना में बच्चों में एनीमिया की समस्या अधिक देखी जाती है. जो बच्चे एनीमिया से पीड़ित होते हैं उनमें कई प्रकार के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसकी समय रहते पहचान करके इलाज़ करना आवश्यक है. बच्चों में एनीमिया तीन प्रकार का होता है. जिसमें माइल्ड, मॉडरेट और सीवियर शामिल है और यह इस बात पर निर्भर करता है कि बच्चे के शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कितना है.

अगर बच्चे में हीमोग्लोबिन का लेवल 10 से 11 g/dL के आसपास है तो ये माइल्ड एनीमिया माना जाएगा. वहीं 8 से 9 g/dL के स्तर तक हीमोग्लोबिन होना मॉडरेट है और अगर शरीर में हीमोग्लोबिन 8 g/dL से कम है, तो ये खतरनाक चरण होता है. ऐसी स्थिति में बच्चे को तुरंत खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है. Read More – Kitchen Hack- किचन का कपड़ा बहुत जल्दी हो जाता है गंदा और चिपचिपा, इस तरह से करें सफाई …

बच्चों में एनीमिया के लक्षण

डॉक्टर्स के मुताबिक, छोटे बच्चों में ज्यादातर एनीमिया के मामले देखे जाते हैं. एनीमिया के अधिकांश लक्षण कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी के कारण होते हैं. विशेष रूप से जिन बच्चों का जन्म समय से पहले हो जाता है और जो बच्चे जन्म के समय काफी कमजोर रहते हैं, उनमें एनीमिया की problem देखने को मिलती है. इस बीमारी के चलते शरीर में पर्याप्त संख्या में रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पाती हैं, जिसकी वजह से शरीर में खून की कमी होने लगती है और एक गंभीर तरह की स्थिति हो सकती है क्योंकि इसके कारण बच्चों के दिमागी विकास पर पर इसका सीधा असर पड़ता है. एनीमिया के मुख्य 7 ये हैं.

  1. हॉर्टरेट बढ़ना, सांस फूलना, या सांस लेने में परेशानी होना.
  2. ऊर्जा की कमी या जल्दी थकान होना.
  3. चिड़चिड़ापन, सिरदर्द या खड़े होने पर बार-बार चक्कर आना.
  4. बार-बार बीमार होना.
  5. गले में खराश या सूजन वाली जीभ.
  6. त्वचा, आंखें और मुंह का पीला पड़ना (पीलिया).
  7. जल्दी-जल्दी हाथों-पैरों में झनझनाहट होना.

इनमें से कई लक्षण अन्य रक्त समस्याओं या स्वास्थ्य स्थितियों के कारण हो सकते हैं. एनीमिया अक्सर किसी अन्य बीमारी का लक्षण होता है. अगर बच्चे को चक्कर आते है और वह हमेशा थका हुआ महसूस करता है या स्किन ठंडी पड़ जाती है तो ये सभी एनीमिया के संकेत हो सकते हैं. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए. Read More – सरकारी नौकरी छोड़ मॉडल बनी ये महिला : लाखों की कमाई के लिए छोड़ा अपना जॉब, करने लगी ये काम …

बच्चों में खून बढ़ाने के उपाय

बच्चों में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी एनीमिया हो सकता है. आयरन को खून से जोड़े रखने के लिए विटामिन C और अधिक आयरन की आवश्यकता होती है. जिन बच्चों में खून की कमी पाई जाती है उनके लिए बेहतर होगा कि उनमें खून बढ़ाने के लिए घरेलू उपचारों की मदद ली जाए. दरअसल ये असरकारी होते ही हैं साथ ही बच्‍चों पर इनका कोई दुष्‍प्रभाव भी नहीं पड़ता है. इसके लिए चुकंदर और सेब का रस, ​पालक, ​टमाटर,अनार, किशमिश, तिल आदि फूड्स को आहार में शामिल करके एनीमिया का इलाज कर सकते हैं. इन सभी चीजों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है.