अक्सर चलते-फिरते हम किसी चीज से टकरा जाते हैं और हमें चोट लग जाती है। उस वक्त तो कुछ पता नहीं चलता है लेकिन कुछ घंटों के बाद शरीर पर नीला निशान पड़ जाता है।दरअसल जब चोट लगती है और उस जगह से खून नहीं निकलता है तो उस जगह की स्किन नीली हो जाती है। ऐसा खून जमने पर होता है,इसे ब्रूसेसे कहते हैं। लेकिन कई बार कुछ लोगों को बिना चोट के भी यह निशान हो जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये आपके शरीर में कई सारी कमियों की तरफ इशारा करता है। आइए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण हो सकते है।
विटामिन C की कमी से
ऐसा शरीर में विटामिन C की कमी के कारण हो सकता है। दरअसल यही विटामिन है जो कॉलेजन बनाने में मदद करता है। ये आपके ब्लड वेसल्स को सही रखता है। इस विटामिन की कमी के कारण शरीर पर निशान पड़ने लगते हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए आप अपने डाइट में खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू, कीवी का सेवन कर सकते हैं।
विटामिन K की कमी से
विटामिन K की कमी से भी आपके शरीर पर नीले निशान बन सकते हैं। दरअसल विटामिन K ब्लड को जमने में मदद करता है और ब्लीडिंग को रोकता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो घाव और नीले निशान नजर आ सकते हैं। इसके लिए आपको अपने डाइट में विटामिन K रिच फूड का सेवन करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीज को
डायबिटीज के मरीजों को ये नीला निशान बहुत ज्यादा होता है। हाई ब्लड शुगर रहने से आपकी ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में जरा सा भी आपके मसल्स पर दबाव पड़ता है तो यह नीले निशान पड़ सकते हैं।
प्लेटलेट्स की कमी
प्लेटलेट्स की कमी के कारण भी यह नीले निशान पड़ सकते हैं। दरअसल प्लेटलेट्स एक प्रकार की ब्लड कोशिकाएं होती है जो रक्त के थक्के बनने से रोकने के लिए आपस में चिपक जाती है। जब आपके खून में पर्याप्त प्लेटलेट्स नहीं होते हैं तो ये नीले निशान का कारण बन सकते हैं।
कैंसर के कारण
ब्लड और बोन मैरो से जुड़े कैंसर के कारण भी शरीर पर जगह-जगह नीले निशान पड़ सकते हैं। ऐसे लोगों के शरीर में ब्लड वेसल से खून बहने को रोकने के लिए पर्याप्त प्लेटलेट्स नहीं बन पाते। वहीं ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स हीमोफीलिया के कारण भी आपके शरीर पर ऐसे निशान पड़ सकते हैं।