शादी में अड़चन आ रही हो तो अब चिंता छोड़ दें। इस बार शारदीय नवरात्र का शुभ पर्व 22 सितंबर से आरंभ हो रहा है और नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष कृपा बरसेगी।
ज्योतिष और पुरानी मान्यताओं के अनुसार, मां की आराधना करने से वैवाहिक जीवन में रुकावटें दूर होकर अच्छे रिश्तों के योग बनते हैं। नवरात्र केवल पूजा का पर्व भर नहीं है, बल्कि यह जीवन की रुकावटें दूर करने का एक शुभ अवसर भी माना जाता है। खासकर शादी में विलंब झेल रहे युवक-युवतियों के लिए ये नौ दिन बेहद खास माने जाते हैं। पारंपरिक मान्यताओं के मुताबिक, श्रद्धा से किए गए छोटे-छोटे टोटके भी बड़ा असर दिखा सकते हैं।

नवरात्र की किसी भी दिन माता दुर्गा के सामने 11 हल्दी की गांठें लाल कपड़े में बांधकर रख दें। नवमी के दिन इसे पूजा के बाद तिजोरी या अलमारी में रखें। कहा जाता है इससे शादी की रुकावट दूर होती है।
प्रतिदिन पूजा के समय माता को पुष्पगुच्छ में गेंदा और चमेली अर्पित करें। माना जाता है कि यह विवाह योग को प्रबल करता है।
सप्तमी या अष्टमी के दिन किसी पीपल वृक्ष की जड़ में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और प्रार्थना करें। इससे रिश्तों में अटकाव कम होता है।
जो युवक-युवतियां विवाह की जल्दी कामना करते हैं, वे नवरात्र में प्रतिदिन रुद्राक्ष की माला से ‘ॐ कात्यायनी नम:’ मंत्र 108 बार जपें।
अष्टमी या नवमी पर कन्याओं को मेहंदी और लाल चुनरी भेंट करें। विश्वास है कि इससे मनचाहा वर, वधु जल्दी मिलता है।
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