उत्तर प्रदेश की काशी यानी वाराणसी को भगवान शिव की नगरी कहा जाता है. भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में गंगा नदी के तट पर विद्यमान है. सावन आते ही भगवान शिव के दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.अगर आप भी इस सावन काशी नगरी घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यहां स्थित इन पांच घाटों को घूमना न भूलें.
अस्सी घाट
खूबसूरत और पर्यटक स्थल में शामिल अस्सी घाट दक्षिणी घाट है. यह गंगा और अस्सी नदियों क संगम पर मौजूद है. इस स्थान पर होने वाली आरती लोगों के लिए काफी महत्व रखती है. इस घाट को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस घाट के दर्शन करने वाले लोगों को अक्षय फल की प्राप्ति होती है.
दशाश्वमेध घाट
बनारस में प्रमुख घाटों में शामिल दशाश्वमेध घाट उनमें से एक है. यह विश्वनाथ मंदिर के पास में स्थित है और अद्भुत घाटों में से एक माना जाता है. अगर आप वाराणसी यात्रा पर गए हैं तो यहां पर होने वाली आरती को देखना न भूलें.
ललिता घाट
पशुपतिश्र्वर मंदिर ललिता घाट पर स्थापित है. ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त इस घाट के दर्शन करते हैं उन् पर भगवान शिव का आशीर्वाद सदैव बना रहता है.
तुलसी घाट
बनारस के घाटों में स्थित तुलसी घाट का नाम तुलसीदास जी के नाम पर रखा गया है. तुलसीदास रामचरितमानस लिखते समय बनारस में रहते थे. इसके अलावा इस घाट को लोलार्क घाट के नाम से जाना जाता था.
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