नई दिल्ली. ट्विटर (Twitter) के नए मालिक और अरबपति एलन मस्क ने कहा कि अगर आपको ट्विटर (Twitter) पसंद नहीं है, तो आप मास्टरबेटडोन (मास्टोडन) (mastodon) पर जा सकते हैं. मास्टोडन भी ट्विटर की तरह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है. दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर में चल रही हलचल के बीच एक बार फिर से मास्टोडन (mastodon) चर्चा में है. ब्लू टिक के लिए यूजर्स से आठ डॉलर महीने का शुल्क वसूलने की घोषणा के बाद से इस प्लेटफॉर्म से लोगों का मोह भंग होना शुरू हो गया है. कई जानी-मानी हस्तियों ने ट्विटर की न केवल आलोचना की, बल्कि इसे छोड़ने का भी ऐलान कर दिया है.
इस नए प्लेटफार्म को लोग ट्विटर (Twitter) के विकल्प के तौर पर देख रहे हैं. इसके बाद मस्क ने ट्विटर के वैकल्पिक मंच मास्टोडन (mastodon) का मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि जिनको ट्विटर पसंद नहीं है वो मास्टोडन पर जा सकते हैं. उन्होंने ट्विटर के नए अपडेट के बारे में शिकायत करने वाले उपयोगकर्ताओं को फटकार लगाई और कहा कि यदि उन्हें कोई समस्या है तो वे मास्टरबेटडोन में शामिल हो जाएं. मस्क का यह व्यंग्यात्मक ट्वीट ऐसे समय में आया है जब कई यूजर्स के लिए पूर्व के सर्वर घंटों तक डाउन रहे.
कैसे करता है काम क्या है mastodon
मास्टोडन बिल्कुल नया प्लेटफॉर्म नहीं है और इसने 2019 में भारत में काफी लोकप्रियता हासिल की. मस्क के अधिग्रहण के बाद कुछ उपयोगकर्ता ट्विटर से कू और मास्टोडन की तरफ जा रहे हैं. इस ऐप को ट्विटर की तर्ज पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के तौर पर ही डेवेलप किया गया है. फिलहाल इसकी कमान किसी कंपनी के हाथ में न होकर, अलग-अलग ग्रुप और लोगों के हाथ में है. जर्मन सॉफ्टवेयर डेवलपर यूजेन रोशको ने बनाया है. इनका जन्म रूसी मूल के एक यहूदी परिवार में हुआ था.