नई कार खरीदने का अनुभव बेहद ख़ास होता है, लेकिन पहली बार कार खरीद रहे हैं तो यह और भी ख़ास हो जाता है. नई कार को रोज चलाना, मेंटेन करना भी मुश्किल काम हो जाता है. ऐसे में हम आपके लिए कुछ जरूरी टिप्स लेकर आये हैं. आप जब भी कार खरीदे तो सबसे पहला काम इसके मैन्युअल पढ़ने का करें. यह भले ही जरूरी ना लगे, लेकिन मैन्युअल से ही पता चलता है कि कितने अंतराल में सर्विस कराना है, कौन सा आयल उपयोग करना है, कौन सा फ्यूज कहाँ है, कितना टायर प्रेशर रखना है.
टायरों का रखें ध्यान
चाहे आप लंबे सफर पर जाएं या फिर छोटे पर, सफर पर निकलने से पहले आपको टायर की जांच कर लेनी चाहिए. टायरों को फटने से बचाने के लिए और लंबे समय तक चलाने के लिए आपको उन्हें समय-समय पर रोटेट करते रहना चाहिए. इसका मतलब है कि आगे के टायर्स को पीछे और पीछे के टायर्स को आगे ट्रांसफर कर देना चाहिए. इससे सिर्फ एक ही टायर पर अधिक प्रेशर नहीं पड़ेगा और सभी की लाइफ बढ़ जाएगी.
30 प्रतिशत फ्यूल लेवल बनाए रखें
एयर लॉक की समस्या से बचने के लिए हमेशा फ्यूल टैंक की क्षमता के 30 प्रतिशत से ज्यादा फ्यूल का लेवल बनाए रखें. अगर एयर ट्रैप के चलते इंजन बार-बार बंद हो जाता है, तो जांचें कि क्या फ्यूल फिल्टर या वाटर सेपरेटर चोक है या सक्शन लाइन ढीली है. फ्यूल सिस्टम को ब्लीड करें ताकि हवा की रुकावट दूर हो जाए.
आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज से बचें
कई लोग नई कार खरीदने के बाद से अपने मन मुताबिक़ तैयार करवाते हैं और कई उपकरण नए लगवाते हैं. हालांकि म्यूजिक सिस्टम, स्पीकर्स, फोग लाइट सहित कई उपकरण कंपनियां आधिकारिक रूप से लगाती है, लेकिन कुछ लाग इन्हें बाहर से लगवाते हैं. ऐसे में अगर आप कार ऑडियो सिस्टम या इलेक्ट्रिकल अपडेट बाहर से करवाते हैं तो आप अपने कार के वारंटी को खतरें में डालते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं कई बार इन एक्सेसरीज की वजह से कार में आग लगने का डर बना रहता है.
आराम से वाहन चलायें
नई कार को आराम से चलायें और पहले कार को अच्छे से समझ लीजिये ताकि बाद में कोई परेशानी न आये. कार की हैंडलिंग, ब्रेकिंग आदि को समझ लें, इसके साथ ही यह आपके ड्राइविंग से कैसा रेस्पोंस करता है यह समझ लें, तभी इसे तेज चलाने का प्रयास करें.
वार्निंग लाइट्स पर ध्यान दें
वाहन के डैशबोर्ड पर कई वार्निंग लाइट दी जाती हैं जो कार के विभिन्न चीजों की जानकारी आपके देते हैं. ये या तो जल रहे होते हैं या बंद रहते हैं. कई लाइट्स गाड़ी स्टार्ट होने पर भी जलती हैं और अगर कभी अचानक ये बंद हो जाएं या बंद लाइट जलने लगे तो सतर्क हो जाएं. ऐसे में तुरंत अपनी गाड़ी रोक दें. क्योंकि ये आपको संकेत देते हैं कि आपकी गाड़ी में खराबी है और इसे तुरंत दिखाएं.
नोट कर लें Car Maintenance की जरूरी बातें
स्टार्ट करते समय स्टार्टर मोटर को 15 सेकंड से ज्यादा समय तक क्रैंक न करें. स्टार्टर मोटर को बड़ी क्षति से बचाने के लिए हर क्रैंकिंग के बीच कम से कम 10 सेकंड का अंतर रखें. टर्बो चार्जर के लाइफ को बढ़ाने के लिए इंजन को शुरू करने के तुरंत बाद तेज न करें और इंजन को बंद करने से पहले इंजन को कम से कम 2 मिनट के लिए न्यूट्रल रखें. गाड़ी की मेंटेनेंस (vehicle Maintenance guide) के दौरान प्राइमरी एयर फिल्टर को 50 घंटे या जब क्लस्टर पर बिना असफल हुए चेतावनी दिखाई दे तो साफ किया जाना चाहिए. एयर फिल्टर की सफाई करते समय हमेशा हवा को अंदर से बाहर की ओर फूंकें और फिल्टर पर कभी टैप न करें. ऐसा करने से फिल्टर डैमेज हो सकता है और कार (Car )इंजन के फेल होने का कारण बन सकता है.
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