जब किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष होता है. तो ऐसे व्यक्ति को अपने जीवन में कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे व्यक्ति के विवाह में देरी होती है. सगाई टूट सकती है. वैवाहिक जीवन में तनाव रहता है. ऐसी महिलाओं को गर्भधारण में समस्याएं आती हैं. बच्चे की अकाल मृत्यु हो सकती है. जीवन में कर्ज और नौकरी में परेशानियां आती रहती हैं. इसके अलावा ऐसे लोगों के घर में या परिवार में आकस्मिक निधन या दुर्घटना हो सकती है. लंबे समय से किसी बीमारी के चलते परेशान रह सकते हैं. परिवार में विकलांग या अनचाहे बच्चे का जन्म हो सकता है. ऐसे व्यक्ति को बुरी आदतों की लत भी लग सकती है.

पितृ दोष से मुक्ति के लिए उपाय

  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष है. तो ऐसे व्यक्ति को इसका उपाय करवाना बहुत जरूरी होता है.ऐसे व्यक्ति को अपने घर में हर अमावस्या पर श्रीमद्भागवत के गजेंद्र मोक्ष अध्याय का पाठ करना चाहिए.
  • प्रत्येक चतुर्दशी,अमावस्या और पूर्णिमा के एक दिन पहले पीपल पर दूध चढ़ाना और भगवान विष्णु से प्रार्थना करना शुभ माना जाता है.
  • ऐसे व्यक्ति को सवा किलो चावल लाकर रोज अपने ऊपर से एक मुट्ठी चावल 7 बार उतारकर पीपल की जड़ में डाल देना चाहिए. ऐसा लगातार 21 दिन तक करने से पितृदोष से राहत मिल सकती है.
  • यदि कुंडली में पित्र दोष बन रहा हो, तब जातक को अपने घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने स्वर्गीय परिजन का फोटो लगाकर उस पर हार चढ़ाना और रोज उनकी पूजा करके, उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए.