मानसून में होने वाली बारिश के कारण लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निपटना पड़ता है। पर्यावरण में नमी और ठंडक बढ़ने से लोगों को जोड़ों में दर्द होने लगता है। ऐसे में गठिया जैसी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को असुविधा हो सकती है और उनके जोड़ों का दर्द और भी बढ़ सकता है। आप मानसून के दौरान होने वाले जोड़ों के दर्द का प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए डाइट में ये 5 खाद्य पदार्थ शामिल करें।

हल्दी

हल्दी कई तरह के शक्तिशाली सूजन-रोधी और एंटी-सेप्टिक गुणों से समृद्ध मसाला है। इसमें करक्यूमिन नामक एक प्रभावी सक्रीय यौगिक मौजूद होता है, जो कई प्रकार के दर्द को दूर करने के लिए जाना जाता है।करक्यूमिन मानसून के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द को कम करने के साथ-साथ शरीर की सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है। आप हल्दी को खान-पान का हिस्सा बनाने के लिए इसे दूध, सब्जी या सूप में मिला सकते हैं।

अदरक

अदरक में जिंजरोल मौजूद होता है और यह शक्तिशाली सूजनरोधी प्रभाव वाला एक सक्रीय यौगिक है।यह मानसून के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायक साबित होता है। अध्ययनों के मुताबिक, अदरक का अर्क कई रासायनिक पदार्थों के उत्पादन को कम कर सकता है, जो जोड़ों के दर्द को बढ़ावा देते हैं। आप अपनी रोजाना की चाय, स्टर-फ्राई, सब्जी या सूप आदि में अदरक को शामिल कर सकते हैं।

लहसुन

मानसून हो या गर्मी, हर मौसम में लोग खाने में लहसुन का तड़का लगाना पसंद करते हैं। इस सब्जी में सल्फर यौगिक होता है, जिसमें कई सूजन-रोधी गुण पाए जाते हैं।लहसुन प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधारने में आपकी मदद कर सकता है। खाना पकाते वक्त ताजे लहसुन का इस्तेमाल करें और अपने भोजन के स्वाद के साथ-साथ उसकी पौष्टिकता को भी बढ़ाएं। आप रोजाना खाली पेट कच्चा लहसुन खाकर ये लाभ पा सकते हैं।

बेरी

स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और शहतूर जैसी बेरी एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं। इनमें कई तरह के सूजन-रोधी गुण भी मौजूद होते हैं। इन बेरी को आहार में जोड़ने से शरीर की सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। आप सुबह के नाश्ते में बेरी को दही और ग्रेनोला के साथ खा सकते हैं या इनसे स्वादिष्ट स्मूदी बनाकर भी पी सकते हैं। आपको शहतूर के सेवन से ये मुख्य फायदे मिल सकते हैं।

ग्रीन टी

आप मानसून के दौरान होने वाले जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए अपने दिन की शुरुआत गर्मा-गर्म ग्रीन टी से कर सकते हैं। ग्रीन टी में विशेष रूप से कैटेचिन नामक पॉलीफेनोल्स पाया जाता है, जो एक तरह का सक्रीय तत्व होता है। इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी प्रभाव मौजूद होते हैं। नियमित रूप से ग्रीन टी पीने से सूजन को कम करने और जोड़ों के दर्द से राहत पाने में सहायता मिल सकती है।