चाय भारत में सबसे ज्यादा पीया जाने वाला पेय पदार्थ हैं. अधिकतर लोगों के दिन की शुरुआत गर्मागर्म चाय से ही होती है. अगर सुबह चाय ना मिले तो ऐसा लगता है दिन अधूरा चला गया, गर्मा-गर्म चाय ना सिर्फ आपका दिन अच्छा बनाती है, बल्कि आपमें स्फूर्ति भी भर देती है. कई चाय के शौकीन लोग तो दिनभर में कई कप चाय की चुस्कियां ले लेते हैं. ऐसे में जरा सोचिए कि चाय के इन शौकीन लोगों को चाय के बागान के बीच ले जाकर खड़ा कर दिया जाए तो.
भारत को चाय उत्पादन के मामले से सबसे बड़े देशों में से एक माना जाता है. ऐसे में देश में कई ऐसे बड़े चाय बागान हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं. आज हम आपको देश के खूबसूरत चाय बागानों की जानकारी देने जा रहे हैं. Read More – बच्चों को इस तरह सीखाएं किचन के ये छोटे-छोटे काम, साथ ही बनाएं उन्हें सेल्फ डिपेंडेंट …
जोरहाट टी बंगला, असम
घाटी के मध्य भाग में बसे, जोरहाट को ‘विश्व की चाय राजधानी’ के रूप में भी जाना जाता है जिससे इसकी प्रसिद्धी का अंदाजा लगाया जा सकता है. जोरहाट टी बंगला चाय के बागानों के साथ साथ पर्यटकों के ठहरने के लिए आवास के विकल्प भी देता है, यहाँ के बंगले औपनिवेशिक काल के हैं, जो आपको प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर इन चाय के बागानों के बीचो बीच में एक अलग ही अनुभव देते हैं.
कानन देवन हिल्स प्लांटेशन, मुन्नार
केरल के इडुक्की जिले में स्थित, कानन देवन हिल्स प्लांटेशन भारत के प्रमुख चाय के बगान में से एक है. डैनियल मुनरो ने इस पहाड़ी को कानन देवन से 11 जुलाई, 1877 को चाय और कॉफी के बागान के लिए पट्टे पर लिया था, और तब से यह जगह चाय उत्पादन और पर्यटन के लिए भारत के प्रमुख चाय बागान में से एक बनी हुई है. यहां देश का पहला चाय संग्रहालय भी है, जिसका उद्देश्य इस सदी के पुराने चाय बागान के विकास को चित्रित करना है.
गटोंगा टी एस्टेट, असम
यह नॉर्थ-ईस्ट के राज्य असम में मौजूद बेहद ही प्रसिद्ध चाय बगान है. ब्रिटिश काल में इसी बगान से चाय विदेशों में बेचीं जाती थी. कई वर्षों तक ब्रिटिश हुकूमत का राज होने के बाद इस बगान को मुक्त किया गया. यहां से आप ऊंचें-ऊंचें पहाड़ों के नजरों का लुत्फ उठा सकते हैं. Read More – Sidharth Malhotra और Kiara Advani की हो गई परमानेंट बुकिंग, शादी के बाद रोमांस में डूबा दिखा नया जोड़ा …
नीलगिरि चाय बागान, तमिलनाडु
भारत के प्रसिद्ध चाय बागान में से एक “नीलगिरि चाय बागान” 100 वर्षों से चाय का उत्पादन कर रहा हैं जो अपनी सुंदर और सुगंधित चाय के लिए प्रसिद्ध हैं. भारत के अन्य चाय बागानों के विपरीत यहाँ के बागान पूरे वर्ष भर चाय उगाते हैं, इसीलिए आप साल के किसी भी समय घूमने आ सकते है. जब भी आप यहाँ घूमने आयेंगे तो कोडानाड एस्टेट, हाई फील्ड टी फैक्ट्री, लॉकहार्ट टी एस्टेट, विग्नेश्वर एस्टेट टी फैक्ट्री और ग्लेंडेल टी एस्टेट जैसी चाय उत्पादन करने वाली कई फर्मो को देख सकगें. चारों ओर सुंदर हरी-भरी हरियाली से भरपूर नीलगिरि चाय बागान तमिलनाडु पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हर साल लाखों टूरिस्ट्स और हनीमून कपल्स को अट्रेक्ट करता है.
कूच बिहार चाय बागान, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में मौजूद ये चाय बागान भारत के सबसे अधिक चाय उत्पादकों की मेजबानी करता है. यही नहीं ये जगह चाय के साथ-साथ लाखों सैलानियों के लिए पर्यटक स्थल भी है. इस बागान को लेकर कहा जाता है कि इसे 1950 के दशक में वापस स्थापित किया गया है. फ्रेंड्स और फैमिली के साथ के साथ घूमने के लिए बेहतरीन जगह है.
हैप्पी वैली टी एस्टेट, दार्जलिंग
दार्जिलिंग भारत का सबसे पॉपुलर हिल स्टेशन होने के साथ-साथ प्रमुख टी गार्डन का क्षेत्र भी है. यहां हर तरफ चाय की खेती होती है. यहां की चाय की खास बात यह है कि यह हल्के रंग की होती है और इसमें से फूलों की महक भी आती है. दार्जिलिंग में भारत के कुल चाय का लगभग 25 प्रतिशत उत्पादन होता है. यहां आपको हैप्पी वैली टी एस्टेट देखने को मिलेगा.
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