रायपुर. कई बार ऐसा होता है कि पढ़ने वाले छात्र – छात्राओं का पढ़ाई से मन हटने लगता है. बहुत प्रयासों के बाद भी पढ़ा हुआ याद नहीं रह पाता है. इसी कारण से वे पढ़ाई से दूर भागने लगते हैं. अगर विधार्थी का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हो, तो ज्योतिष में कुछ टोटके हैं जिन्हें आजमाने से ग्रह दोष के साथ वास्तुदोष भी दूर होते हैं और पढ़ाई में मन लगने लगेगा. नवग्रहों के रंग के अनुसार पत्थर आकर्षण ( जैसे बुध का हरा, गुरवार का पीला आदि ) रंग के साफ कपड़े में बांधकर विद्यार्थी के अध्ययन कक्ष में रखें.

पढ़ने वाले बच्चो के गले में ब्राहमी बूटी धारण करायें. ऐसा माना जाता है कि ब्राहमी बूटी को गले में धारण करने या सेवन करने से भी स्मरण शक्ति बढ़ती है. विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने पुस्तकों में मोर पंख रखें. गरीब बालक – बालिकाओं को पुस्तकें बांटे ताम्रपत के ऊपर उकेरा हुआ सरस्वती यंत्र लाएं और प्रतिदिन इसका पूजन करें.

पढ़ाई से विचलित विद्यार्थियों के गले के लिए लॉकेट बनाएं सरस्वती यंत्र को धारण करायें, पहले इसकी पूजा करें, और इसकी प्रतिष्ठा करवाएं तथा गले में धारण कराएं. पढ़ते वक्त उत्तर या पूर्व दिशा की ओर चेहरा कर बैठें. रात को जब बच्चा सोने जाए तो उसके पहले एक चांदी के पात्र ( गिलास ) में उसे पानी भर कर पिलाएं. अभिमंत्रित किया हुआ शुद्ध पन्ने का रत्न धारण कराएं. प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप भी सफलता के उपाय में विशेष है.

“गुरु गृह गए पठन रघुराई, अल्प काल विद्या सब आई “ रामचरित मानस की इस चैपाई का प्रतिदिन जाप करें 108 बार करें. अपने स्टडी रूम के उत्तरी या पूर्वी दीवार पर माता सरस्वती की तस्वीर लगाए. यह कार्य बृहस्पतिवार के दिन करें. अब प्रतिदिन मां शारदा से अच्छी पढ़ाई के लिए प्रार्थना करें. साथ में “ओम मां सरस्वती विद्या देवी नमो नमः” मंत्र को जपे.

“ॐ बृहस्पतए नमः“ मंत्र का जाप करें और पीपल के वृक्ष की तीन बार परिक्रमा करें.