रायपुर. आपका बच्चा पहली बार स्कूल जा रहा है तो कई ऐसी बातें सिखानी चाहिए जो उसे और आपके दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. इससे आपके बच्चे को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. बच्चों को अपने मनपसंद का सामान खरीदना है जैसे पेंसिल, रबर, टिफिन बॉक्स जिससे उसका स्कूल जाने को लेकर एक्साइटमेंट बढ़ेगा.

घर पर सिखाएं ये चीजें

अक्सर हमने देखा है कि माता-पिता अपने बच्चों को स्कूलिंग के पहले अल्फाबेट्स और गिनती सिखाते हैं. यह सिखाने से पहले बच्चों को बॉडी पार्ट्स, शेप, कलर और जानवरों के नाम, बर्ड्स नेम सिखाएं. जिससे बच्चे स्कूल में एकदम ब्लैंक ना हों.

खुद की साफ-सफाई

बेशक बच्चे जब छोटे होते हैं तो हमें ही उनका पूरा ध्यान रखना होता है, लेकिन जैसे-जैसे वह समझदार होते जाते हैं वैसे-वैसे उनमें खुद की साफ-सफाई की आदत डेवलप करवाना आपका पहला कर्तव्य है. आप अपने बच्चे को टॉयलेट और वॉशरूम के बाद खुद को क्लीन करना सिखाएं. इसके अलावा उन्हें साफ सफाई ना रखने से होने वाले इन्फेक्शन के बारे में भी बताएं.

मिल-जुल कर रहना सिखाएं

आप अपने बच्चे को कभी भी खेल-खेल में किसी को पलट कर मारने और डांटने कि शिक्षा न दें. उन्हें सिखाएं कि सबके साथ मिल-जुल कर प्यार से रहें. किसी के साथ अभद्रता न करें. लड़ा- झगड़े से दूर रहें. अगर उनका कोई साथी लड़ाई-झगड़ा करता है तो उसके बारे में आपको या फिर अपनी टीचर को बताएं.

खुद से खाना खाना सिखाएं

माता-पिता बच्चों को लाड़ में अक्सर अपने हाथों से खाना खिलाते हैं और यह आदत लंबे समय तक बनाए रखते हैं, लेकिन स्कूल जाने से पहले आप बच्चों को खुद के हाथ से खाना खाने की आदत डालें. साथ ही उन्हें खाना खाने से पहले और खाना खाने के बाद अच्छी तरह हाथ धोना सिखाएं.

थैंक्यू और सॉरी बोलना सिखाएं

अपने बच्चों को सिखाएं कि बड़ों का आदर करें. उनमें थैंक्यू बोलने की आदत डालें. उन्हें सिखाएं कि जब आपको कोई चीज़ देता है या आप किसी से कुछ लेते हैं तो थैंक्यू जरूर कहें. साथ ही अपनी गलती पर सॉरी बोलना भी सिखाएं. बच्चों को सोशल सर्कल की अहमियत बताएं. इससे उनमें सभी से घुल-मिल कर रहने की आदत बनेगी.