रायपुर. भारतीय रसोई की पहचान अगर किसी चीज से होती है, तो वो हैं मसाले। हल्दी की महक, मिर्च की तीखापन और गरम मसाले का तड़का… यही तो हमारे खाने की जान है, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि रोज जो मसाले आप अपनी थाली में डालते हैं, क्या वो वाकई सेहतमंद हैं? जब हर ओर मिलावट का बोलबाला है तब ZOFF (Zone of Fresh Foods) एक ऐसी पहल बनकर सामने आया है, जो न केवल स्वाद बल्कि सेहत की भी जिम्मेदारी उठा रहा है। ZOFF का मिशन है कि हर भारतीय को ऐसे मसाले मिले, जो शुद्ध, सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक हो।

आज जब दुनिया ‘ऑर्गेनिक’ की ओर बढ़ रही है, वहीं हम कई बार ऐसी चीजें अपनी रसोई में ला रहे हैं जो दिखने में भले ही ताजगी और स्वाद का वादा करें, लेकिन अंदर से हमारी सेहत को चुपचाप खोखला कर रही है। हाल की एक घटना ने सभी को चौंका दिया था. हाल ही में कुछ प्रसिद्ध भारतीय मसाला ब्रांड्स को सिंगापुर और अन्य देशों में बैन कर दिया गया। वजह थी उनमें एथिलीन ऑक्साइड जैसे खतरनाक रसायन पाए गए, जिनसे कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

ZOFF की खासियतें

  • हर मसाला लैब टेस्टेड होता है यानि कोई भी बैच मार्केट में बिना सख्त जांच के नहीं पहुंचता।
  • हर मसाला लैब टेस्टेड होता है।
  • जिप-लॉक पैकिंग में, बिना नमी और गंदगी के।
  • बिना किसी केमिकल या कलर के सीधे बाजार में पहुंचता है।
  • हर बैच की सख्त जांच होती है।

ZOFF में मिल रहा ये सब

  • साबुत मसाले दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, इलायनी
  • पीसे मसालेः हल्दी, मिर्च, धनिया
  • मिक्स मसालेः गरम मसाला, चिकन मसाला, छोले मसाला, पावभाजी मसाला और भी बहुत कुछ

ZOFF एक स्टार्टअप जो बना स्टार ब्रांड

  • ZOFF ने बहुत ही कम समय में लोगों का भरोसा जीता है। इसकी सफलता के कुछ प्रमुख पड़ावः
  • शार्क टैंक इंडिया में निवेशकों की तारीफ और सराहना।
  • बोट के को-फाउंडर अमन गुप्ता का समर्थन और निवेश।
  • 100 करोड़ से ज्यादा की बिक्री सिर्फ गुणवता के भरोसे।
  • हेराथ और फिटनेस की अधीन शिल्पा शेट्टी का सार्वजनिक समर्थन।