रायपुर- वन महकमे में हुए ताजा तबादले में आईएफएस कैडर पोस्ट पर बैठे नान कैडर अधिकारियों को हटा दिया गया है. मरवाही, सूरजपुर, भानुप्रतापपुर (पश्चिम), इंद्रावती टाइगर रिजर्व में एसडीओ, कैडर पोस्ट संभाल रहे थे. लल्लूराम डाॅट काम ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था. मरवाही डिवीजन का आलम तो यह था कि यहां के प्रभारी डीएफओ कई एसडीओ के जूनियर थे, लेकिन लंबे समय तक डंके की चोट पर डटे रहे.

मरवाही वन मंडल में 2018 बैच के आईएफएस दिनेश कुमार पटेल वनमंडलाधिकारी बनाए गए हैं. उधर सूरजपुर में मनीष कश्यप को वनमंडलाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जबकि पश्चिम भानुप्रतापपुर में 2017 बैच के शशिगानंदन के को वनमंडलाधिकारी का दायित्व सौंपा गया है. इंद्रावती टाइगर रिजर्व के कैडर पोस्ट पर डी के मेहर बतौर प्रभारी तैनात थे. ताजा तबादले में उन्हें रायपुर वृत्त का संलग्नाधिकारी बनाया गया है.

हेड आफ फारेस्ट और एसोसिएशन को लिखी थी चिट्ठई

फील्ड पोस्टिंग की आस लगाए बैठे 2017-18 बैच के आईएफएस अधिकारियों ने भी आवाज बुलंद की थी. अधिकारियों ने हेड आफ फारेस्ट और आईएफएस एसोसिएशन को चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने अपनी दलील में कहा था कि किसी एसडीओ को डिवीजन का चार्ज तीन महीने से ज्यादा समय तक नहीं दिया जा सकता. यदि तीन महीने की अवधि पूरी हो चुकी हो और चार्ज आगे बढ़ाने की नौबत आ जाए, ऐसी स्थिति में सेंट्रल से मंजूरी जरूरी है. यहां का हाल यह है कि कई एसडीओ साल बीतने के बाद भी जिम्मा संभाले हुए हैं.