नितिन नामदेव, रायपुर। पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा ने रविवार को सिविल लाइंस स्थित सी-4 भवन के सभाकक्ष में रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में रायपुर के पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह, जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारी और सभी थाना प्रभारी उपस्थित रहे।

बैठक में आईजी ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित ‘सुशासन तिहार’ की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को नवीन आपराधिक कानूनों के पालन, यातायात व्यवस्था के सुधार और जनउन्मुखी कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।

इसके साथ ही एक वर्ष से अधिक समय से लंबित पुराने अपराधों का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर करते हुए, जल्द से जल्द प्रकरणों का चालान प्रस्तुत कर उन्हें शून्य (जीरो) करने को कहा गया। नवीन आपराधिक कानूनों के तहत विवेचना कर प्रभावी कार्रवाई किए जाने के लिए चालान को 60-90 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने के प्रावधान को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए गए। सभी ग्राम पंचायतों और ग्रामों में ग्रामीणों से समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से ‘पुलिस मित्र’ बनाए जाने के निर्देश भी दिए गए।

आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा ने आगामी दिनों में रायपुर शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जल्द ही नए उपाय अपनाने की जानकारी दी। साथ ही शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए शराब पीकर वाहन चलाने वालों, तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों, अवैध पार्किंग करने वालों, बिना हेलमेट वाहन चालकों एवं अवैध पार्किंग के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मालवाहक वाहनों की लगातार बैठकें आयोजित करने तथा जिन थाना क्षेत्रों में अब तक बैठक नहीं हुई है, वहां जल्द से जल्द बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए।

इसके साथ ही अवैध रूप से शराब की बिक्री एवं तस्करी तथा नशे के पदार्थों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और किसी भी सूरत में किसी प्रकार का नशे का सामान न बिके, इसके लिए नारकोटिक एक्ट एवं आबकारी एक्ट के तहत अधिक से अधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।