कोरबा. रतन लाल डांगी, पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर द्वारा रेंज अंतर्गत जिला कोरबा के महिला संबंधी गंभीर अपराध जिनमें आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. ऐसे प्रकरणों की समीक्षा और इन अपराधों में पीड़ितों को ‘पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना’ अंतर्गत क्षतिपूर्ति राशि दिये जाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक और राजपत्रित पुलिस अधिकारियों व विवेचकों की वर्चुअल अपराध समीक्षा बैठक ली गई.

समीक्षा के दौरान थाना दीपका के 1 प्रकरण में पीड़िता की मृत्यु के एक वर्ष दो माह पश्चात मामला व अपराध की कायमी की गई. इतनी लंबी अवधि के पश्चात भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. इस पर थाना प्रभारी और विवेचक के खिलाफ जांच किये जाने और इनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने हेतु पुलिस अधीक्षक कोरबा को निर्देशित किया गया. थाना बालको के 1 प्रकरण की पीड़िता के द्वारा बताया गया कि आरोपी के जीजा के द्वारा केस वापस लेने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है. इस पर पुलिस अधीक्षक को पीड़िता का कथन कराया. प्रकरण में तत्काल नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई किए जाने निर्देशित किया गया. प्रकरण में फरार आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया.

बैठक में अपराधों के पीड़ितों को भी वर्चुअली सुना गया, जिसमें उनको प्राप्त क्षतिपूर्ति /राहत राशि और प्रकरण के संबंध में एवं अन्य व्यक्तिगत समस्याओं को सुना गया. पीड़ितों से जानकारी लेकर पुलिस अधीक्षक को पीड़ितों की सभी समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ तत्काल निराकरण करने निर्देशित किया गया. एक पीड़िता ने स्कूल में पुनः एडमिशन नहीं मिलने की समस्या बताई, जिस पर पुलिस महानिरीक्षक ने पुलिस अधीक्षक कोरबा को स्कूल के प्रिंसिपल से बात कर पीड़िता को पुनः स्कूल में एडमिशन दिलाने हेतु निर्देशित किया.

समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक जिला कोरबा के द्वारा अवगत कराया गया कि विगत चार दिवस के भीतर कुल 9 प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है, शेष प्रकरणों की समीक्षा कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जाने की जानकारी दी. समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक जिला कोरबा भोजराम पटेल और जिले के राजपत्रित अधिकारीगण और संबंधित प्रकरणों के विवेचकगण सहित रेंज कार्यालय बिलासपुर में पदस्थ राजपत्रित अधिकारीगण उपस्थित रहे.