बिलासपुर. पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी बिलासपुर रेंज द्वारा पुलिस अधीक्षकों और राजपत्रित पुलिस अधिकारियों की वर्चुअल अपराध समीक्षा बैठक ली. बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर पारूल माथुर, पुलिस अधीक्षक रायगढ़ अभिषेक मीना, पुलिस अधीक्षक जॉजगीर-चांपा अभिषेक पल्लव, पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल, पुलिस अधीक्षक गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही त्रिलोक बंसल, पुलिस अधीक्षक मुंगेली डी.आर. आचला तथा अति. पुलिस अधीक्षक रेंज कार्यालय बिलासपुर दीपमाला कश्यप सहित रेज के राजपत्रित पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे.

बैठक प्रारंभ करते हुए पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी द्वारा जिलों की अपराध और कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए विभिन्न बिन्दुओं पर कार्रवाई संबंधी निर्देश दिए गए. पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि, जिलों में गंभीर किस्म के प्रकरणों में जिनमें अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. ऐसे प्रकरणों में विशेष टीम गठित कर आरोपी के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश देकर लगातार पतासाजी करते हुए फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए.

इसे भी पढ़ें- चाचा ने भतीजी से दुष्कर्म के बाद की हत्या, आरोपी को मिली मौत की सजा

वहीं गंभीर किस्म के मामले को जल्द से जल्द निपटाने की बात कही. महिला संबंधी मामलों में तत्काल संज्ञान लेकर विधिसम्मत कार्रवाई किए जाने निर्देश दिए गए. साथ ही इस बात पर विशेष बल दिया गया कि, जिलों में महिलाओं, बच्चों से संबंधित प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई करते हुए समय-सीमा के भीतर त्वरित निराकरण का प्रयास करें. जिलास्तर पर होने वाली बैठकों में अपराध, मर्ग, चालान, शिकायतें आदि के संबंध में बैठक लेकर प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए.

इसे भी पढ़ें- नाबालिग से रेप के 2 आरोपी को आजीवन कारावास: 9 साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी को मरते दम तक जेल में रहने की सजा, सौतेले पिता को भी उम्रकैद

पुलिस महानिरीक्षक ने जिलों में लंबित सभी पुराने प्रकरण हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, अपहरण और पॉक्सो एक्ट के अपराध, मर्ग जांच, गुम इंसान जांच (महिला, बालक/बालिका) के निराकरण की ओर विशेष ध्यान दिए जाने और एक वर्ष से अधिक अवधि से लंबित ऐसे सभी प्रकरणों की समीक्षा कर जल्दी निराकरण करने के निर्देश दिए गए. साथ ही एससी/एसटी एक्ट के मामले निर्धारित समय में निराकरण करने के निर्देश दिए हैं.