हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर में यातायात नियमों की अनदेखी अब महंगी पड़ने लगी है। सड़क हादसों में लगातार हो रही मौतों और हेड इंजरी के मामलों को देखते हुए इंदौर पुलिस ने नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त लेकिन जागरूक करने वाली मुहिम छेड़ दी है।

यह सिर्फ “रियायत” नहीं, बल्कि सख्त चेतावनी

इसी कड़ी में पलासिया चौराहे पर खुद पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह सड़क पर उतरे और बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों को सबक सिखाया। पलासिया चौराहे पर जिन लोगों के बिना हेलमेट चालान काटे गए, उन्हें मौके पर ही पुलिस कमिश्नर ने हेलमेट वितरित किए। हालांकि यह सिर्फ “रियायत” नहीं, बल्कि सख्त चेतावनी भी थी। हेलमेट देते समय साफ शब्दों में कहा गया कि यह आखिरी मौका है, अगली बार बिना हेलमेट पकड़े गए तो कड़ी कार्रवाई तय है।

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पुलिस का मकसद जुर्माना नहीं लोगों की जान बचाना

इंदौर पुलिस ने शहर में एक अनोखी पहल शुरू की है। बिना हेलमेट वाहन चलाने पर 300 रुपये का चालान काटा जा रहा है और इसके बाद मंगलवार को चालान भुगत चुके लोगों को करीब 500 रुपये कीमत का हेलमेट भी दिया जा रहा है। पुलिस का साफ मकसद जुर्माना वसूलना नहीं, बल्कि लोगों की जान बचाना है।

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हेलमेट न पहनना सीधे मौत को न्यौता

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहर में होने वाले सड़क हादसों में बड़ी संख्या में मौतें सिर में गंभीर चोट लगने के कारण होती हैं। हेलमेट न पहनना सीधे तौर पर मौत को न्योता देने जैसा है। इसी वजह से पुलिस अब सख्ती के साथ जागरूकता पर भी जोर दे रही है।

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