IIFL Finance Gold Business: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आईआईएफएल फाइनेंस लिमिटेड के गोल्ड लोन कारोबार पर लगी पाबंदियां हटा ली हैं. इस साल 4 मार्च को केंद्रीय बैंक ने कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में कई अनियमितताएं पाए जाने के बाद कंपनी के कारोबार पर रोक लगा दी थी. पाबंदियों के मुताबिक आईआईएफएल पर गोल्ड लोन मंजूर करने, गोल्ड लोन बांटने और बेचने पर रोक लगाई गई थी.

आरबीआई ने पाबंदी लगाते हुए कहा था- पिछले कुछ महीनों से केंद्रीय बैंक कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन और ऑडिटर्स से इन कमियों पर बातचीत कर रहा था, लेकिन अब तक सुधार की दिशा में कोई सार्थक कार्रवाई सामने नहीं आई है. ऐसे में ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए यह पाबंदी जरूरी थी.

आरबीआई की जांच में कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में 4 बड़ी खामियां पाई गईं…

लोन मंजूरी और डिफॉल्ट होने पर नीलामी के समय सोने की शुद्धता और वजन की जांच में गड़बड़ी थी.

लोन-टू-वैल्यू अनुपात का भी उल्लंघन हो रहा था. यानी तय सीमा से ज्यादा लोन बांटे जा रहे थे.

कंपनी नकद में ऋण वितरण और संग्रह की सीमा का भी उल्लंघन कर रही थी.

RBI ने ग्राहक खातों आदि पर लगाए गए शुल्कों में पारदर्शिता की कमी पाई.

कंपनी की 500 से अधिक शहरों में 2600 से अधिक शाखाएँ हैं

IIFL फाइनेंस लिमिटेड एक वित्तीय सेवा कंपनी है. यह अपनी सहायक कंपनियों – IIFL होम फाइनेंस लिमिटेड, IIFL समस्ता फाइनेंस लिमिटेड और IIFL ओपन फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करती है.

इनमें होम लोन, गोल्ड लोन, बिजनेस लोन, प्रॉपर्टी पर लोन और माइक्रो फाइनेंस जैसे ऋण शामिल हैं. कंपनी की 500 से अधिक शहरों में 2600 से अधिक शाखाएँ हैं, जिनके माध्यम से यह अपनी सेवाएँ प्रदान करती है.

इस साल IIFL के शेयरों में 15% की गिरावट आई है

IIFL के शेयर 6.02% की गिरावट के साथ 497 रुपये पर बंद हुए. कंपनी के शेयरों ने एक महीने में 9.46% और 6 महीने में 42.34% का रिटर्न दिया है. हालांकि, इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक इसके शेयर ने 15.11% और एक साल में 13.29% का निगेटिव रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 21,080 करोड़ रुपए है.