रायपुर।बिहार में जब सुपर 30 निकलते हैं तो छत्तीसगढ़ से अब सुपर 36 निकलेंगे। ये कहना है मुख्यमंत्री डा रमन सिंह का। मौका था मुख्यमंत्री निवास में आईआईटी और एनआईटी में चयनित बच्चों के सम्मान समारोह का। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने निवास परिसर में राज्य के प्रयास आवासीय विद्यालयों से आई.आई.टी. और एन.आई.टी. के लिए चयनित 54 बच्चों को सम्मानित किया और उन्हें एप्पल कंपनी का कंप्यूटर सिस्टम दिया। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया है। इन बच्चों ने इस वर्ष अखिल भारतीय स्तर की संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.) में सफलता हासिल की है। इनमें से 11 बच्चों का चयन आई.आई.टी. के लिए हुआ है।
आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत प्रदेश के सभी पांच संभागीय मुख्यालयों – रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और दुर्ग में छह प्रयास आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें नक्सल प्रभावित इलाकों के दसवीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण बच्चों को हायर सेकेण्डरी स्तर के इन आवासीय विद्यालयों में प्रवेश दिया जाता है और उन्हें गणित और विज्ञान विषय के साथ 11वीं तथा 12वीं की नियमित पढ़ाई की निःशुल्क सुविधा दी जाती है।
इसके साथ उन्हें इन आवासीय स्कूलों में अखिल भारतीय स्तर की जे.ई.ई. परीक्षा सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के निःशुल्क कोचिंग भी दी जाती है। राज्य में पहला प्रयास आवासीय विद्यालय राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में जुलाई 2010 में शुरू किया गया था। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इसका शुभारंभ किया था। वर्ष 2012 में इस परिसर में बालिकाओं के लिए भी प्रयास विद्यालय शुरू किया गया। इसके साथ ही अगले कुछ वर्षों में बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और दुर्ग में भी प्रयास विद्यालय संचालित होने लगे।
मुख्यमंत्री ने प्रयास विद्यायल की सीट बढ़ाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि लड़के और लड़कियों के लिए 500-500 सीट बढ़ाई जाएगी। उन्होंने आईआईटी की पढ़ाई कर रहे बच्चों को 40 हजार रुपये सरकार की ओर से सालाना देने की भी घोषणा की। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि आईआईटी की पढ़ाई कर रहे बच्चे यदि फीस की वजह से लौटकर आ जाये तो ये हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि प्रयास एक महायज्ञ है, इसमे हम सबकी भूमिका है। जैसे बिहार में सुपर 30 निकल सकते हैं तो छत्तीसगढ़ के एक-एक जिले में क्यों नहीं सुपर 36 निकल सकते? हम हर जिले को टारगेट करके क्रियान्वयन करेंगे।