डब्बू ठाकुर, कोटा. कोटा रेलवे स्टेशन के समीप प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण पहाड़ी को करगी रोड स्टेशन के नाम से जाना जाता है, ट्रेन से यात्री जैसे ही स्टेशन पहुंचते हैं, वह पहाड़ी देखते ही अनुमान लगा लेते हैं, कि हम करगी रोड पहुंच गए, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य से भरे पहाड़ का इन दिनों अवैध रूप से उत्खनन के भेंट चढ़ रहा है.
बता दें कि शासकीय महाविद्यालय में आदिवासी बहुल इलाके के आने वाले छात्र छात्राओं को करगी रोड रेलवे स्टेशन उतर कर पहाड़ पारकर महाविद्यालय पहुंचने में आसानी होती है. पूर्व में भी कई वर्षों से पैदल पुल के निर्माण की मांग की जा चुकी है. वही लगे पाटिल रॉयल सीमा इंफ्रास्ट्रक्चर का फैक्टरी संचालित हो रहा. जहां पर सीमेंट से बने स्लीपर बना कर रेलवे व अन्य को सप्लाई करने का काम किया जाता है, लेकिन पाटिल रॉयल सिमा द्वारा कोटा रेलवे स्टेशन के सामने स्थित पहाड़ी को बिना परमिशन पोकलेन से खुदाई करने का काम जोरों पर है, जिसकी जानकारी कुछ दिन पहले मीडिया द्वारा तहसीलदार कोटा को मिलने के बाद मौके में जाकर निरीक्षण किया गया था, जिसमें कुछ भी पहाड़ की खुदाई संबंधित दस्तावेज की जानकारी नहीं मिला था. जिसके बाद तहसीलदार कोटा द्वारा काम बंद कराने का निर्देश दिया गया था, लेकिन निर्देश के बाद भी अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा.
इस संबंध में कोटा अनुविभागीय राजस्व अधिकारी आनंद रूप तिवारी ने बताया कि इसकी प्रकरण बना कर संबंधित खनिज विभाग और रेलवे को भेजा गया है, मना करने के बाद भी खुदाई कर रहे हैं. इस पर कार्यवाही करने की बात कही गई. बहरहाल, देखना यह होगा कि सौंदर्यीकरण नुमा पहाड़ की बली कब तक चढ़ेगी या इस पर जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं.