टुकेश्वर लोधी, आरंग. क्षेत्र में मुरुम और मिट्टी का अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है. खनिज माफियाओं ने गांव के श्मशान घाट और प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के अंतर्गत बने गौठान में चारागाह की जमीन तक को नहीं छोड़ा है. यहां जेसीबी से खुदाई कर अवैध मुरुम और मिट्टी निकाला जा रहा है. इसके चलते यहां 15 से 20 फीट तक खाई बन गई है. यह पूरा मामला आरंग जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत अकोलीखुर्द (पन्धी) का है. यह पंचायत अभनपुर विधानसभा के अंतर्गत आता है.

शासन को लगाया लाखों रुपए का चूना

ग्राम पंचायत अकोलीखुर्द के ग्रामीणों ने सरपंच पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत अकोली खुर्द में निस्तारी के लिए खसरा नंबर 501, 502, 503 सम्मिलित है. इस जगह को शासन ने गौठान चारागाह के लिए लाखों रुपए खर्च कर खंभा फेसिंग तार घेरा तैयार किया था, जिसे ग्राम सरपंच ने तोड़कर मुरुम और मिट्टी का अवैध उत्खनन करवाकर बड़े बड़े ठेकेदार और प्लाटिंग वालों के पास बेचकर शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया है और अपना जेब भर रहा है.

अवैध खुदाई से पेड़ पौधे नष्ट

ग्रामीणों के मुताबिक, चारागाह में लगे पेड़ पौधा से लेकर नेपियर घास तक खुदाई से नष्ट हो गए हैं. गौठान के किनारे लगभग 15 से 20 फीट तक गहरी खाई बन चुकी है, जिससे कभी भी बडा हादसा हो सकता है. इस मामले में ग्राम पंचायत अकोलीखुर्द के सरपंच धरम टंडन ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

सरपंच से मांगा गया है जवाब: एसडीएम

इस मामले में आरंग एसडीएम अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि शासकीय जमीन से उत्खनन पर आरंग तहसीलदार ने ग्राम पंचायत को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.