योगेश सिंह, बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में जहां शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर 5 आदर्श गांव बने, वहीं जिले के बदनारा गांव में अवैध शराब बिक्री को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. स्कूलों के नजदीक ढाबों पर खुलेआम शराब बिकने से न सिर्फ सामाजिक वातावरण बिगड़ रहा है, बल्कि इसका सीधा असर बच्चों और युवाओं पर भी पड़ रहा है. बढ़ती इस समस्या के खिलाफ आज बड़ी संख्या में आक्रोशित महिलाएं कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं और जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए शराब माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की.


ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लंबे समय से अवैध शराब की बिक्री जारी है, जिससे सामाजिक माहौल लगातार बिगड़ रहा है. महिलाओं ने बताया कि पहले चोरी-छुपे शराब बेची जाती थी, लेकिन अब यह धंधा खुलेआम हो रहा है. स्थिति इतनी गंभीर है कि स्कूल के दोनों ओर संचालित ढाबों पर शराब की अवैध बिक्री हो रही है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूली बच्चे भी आपस में पैसे इकट्ठा कर शराब पीने लगे हैं.
ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि अवैध शराब ने गांव का वातावरण बिगाड़ दिया है. इससे एक्सीडेंट और असमय मौतों की घटनाएं बढ़ी हैं, परिवार टूट रहे हैं और युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आकर बर्बादी की ओर बढ़ रही है. महिलाओं ने रोजाना घरेलू हिंसा और प्रताड़ना की शिकायत भी रखी.
उन्होंने पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारी मौके पर पहुंचते तो हैं, लेकिन कुछ देर बाद शराबियों को छोड़ देते हैं. ठोस कार्यवाही न होने से ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. इसी आक्रोश के चलते महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और शराब माफियाओं के खिलाफ तत्काल सख्त कदम उठाने की मांग की. इस दौरान नवागढ़ एसडीएम दिव्या पोटाई मौके पर पहुंचीं और ग्रामीणों से बातचीत कर जल्द ही ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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