अभिषेक सेमर, तखतपुर। अवैध रूप से संचालित डामर प्लांट में मवेशियों के फंसने और मौत होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बड़ा डामर प्लांट होने के बावजूद सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिसकी वजह से चारे की तलाश में पहुंचे मवेशी मौत के मुंह में चल जाते हैं.
मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत ढ़ंढन का है, जहां लंबे समय से अवैध रूप से डामर प्लांट संचालित हो रहा है. आज तक 4-5 गाय डामर प्लांट में फंस कर पूरी तरह से चिपक चुके हैं, जिन्हें स्थानीय लोग और डामर प्लांट के कर्मचारियों की मदद से बाहर निकाला गया. उनके शरीर में चिपके हुए डामर को डीजल और पेट्रोल से धोकर निकाला गया.
इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारी डामर प्लांट को अवैध करार देते हुए अपना हाथ खड़े कर लिए. जब लोगों ने रोष जताया को आनन-फानन में तखतपुर की नायाब तहसीलदार नीलम अग्रवाल मौके पर पहुंची और डामर प्लांट प्रबंधन को नोटिस थमाया है.
इस संबंध में कांग्रेसी नेता की शिवबालक कौशिक बताते हैं कि उनकी माता जब ग्राम पंचायत की सरपंच थी, तब डामर प्लांट के संचालक उनसे एनओसी लेने पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने अनुमति देने से इनकार कर दिया था. और मानक पूरा नहीं होने के कारण प्लांट को अवैध करार दिया था. अब एक बार फिर से इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर बंद करने की मांग की जाएगी.