लोकेश साहू, धमतरी। जिले के डाभा जोरातराई रेत खदान में जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों पर हुए प्राणघातक हमला व लूटपाट के मामले में पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है. चौबीस घंटे के भीतर ही 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही चौंकाने वाले खुलासे भी हो रहे हैं. रेत माफियाओं के तार बाहरी राज्य के गुर्गों से जुड़े हुए हैं. वहीं एक बड़ा खुलासा हुआ है कि जिला पंचायत सदस्य से मारपीट और लूटपाट के मामले में भूतपूर्व सैनिक भी शामिल था. जिसकी गिरफ्तारी पुलिस ने कर ली है.
बता दें कि शासन ने 16 जून से प्रदेश के सभी रेत खदानों को बंद करने का आदेश जारी किया है. लेकिन धमतरी जिले में इस आदेश का माखौल उड़ाते हुए रेत माफियाओं द्वारा खुलेआम जेसीबी और चेन माउंटेन मशीन लगाकर रेत का उत्खनन किया जा रहा है. अवैध रेत उत्खनन की शिकायत मिलने पर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं के साथ कुरुद क्षेत्र के डाभा जोरातराई रेत खदान पहुंचे थे. जहां खदान में मौजूद रेत माफियाओं और 60 से 70 गुर्गों ने उन्हें घेर लिया और तंबू में बंधक बनाकर लाठी डंडे और रॉड से प्राणघातक हमला किया.
जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों से मोबाइल फोन और जेवर भी लूट लिये. इतना ही नहीं उन्हें निर्वस्त्र कर मोबाइल से आपत्तिजनक वीडियो भी बनाया गया. आरोपियों के कब्जे से छूटने के बाद बुरी तरह से घायल जिला पंचायत सदस्य ने रुद्री थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया. इस घटना के विरोध में भाजपाइयों ने शहर में जुलूस निकालकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. तो वहीं आदिवासी समाज ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. जनप्रतिनिधि पर हुए प्राणघातक हमले के मामले ने राज्य भर में खलबली मचा दी है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए रेत माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी दिन रात एक कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है. शनिवार को ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. आज आठवें आरोपी सिरसा हरियाणा निवासी गुरबचन सिंह पिता किशन सिंह 56 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया. जो कि मौका देखकर भागने की फिराक में था.
अन्य राज्यों से लठैत लाने का काम करता है भूतपूर्व सैनिक
गुरबचन सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह भूतपूर्व सैनिक है. जो सुरक्षा गार्ड के नाम पर अन्य प्रांतों से लोगों को लाता था. ये लोग उसके इशारे पर लड़ाई-झगड़ा, मारपीट करते थे. उसने जिला पंचायत सदस्य के साथ मारपीट करना और लूटपाट करना कबूल किया है. जिस पर आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त लाठी, राड व बेल्ट के अलावा लूटे गए एक नग मोबाइल, एक सोने की अंगूठी व एक सोने की चैन बरामद किया गया है.
अब तक इन आठ आरोपियों की हुई है गिरफ्तारी
जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों पर प्राणघातक हमला और लूटपाट के मामले जिन आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनमें गुरदीप सिंह पिता स्वर्गीय शिवदेव सिंह 38 वर्ष बिलासपुर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश, करण जोशी पिता विनोद जोशी 35 वर्ष बिलासपुर जिला रामपुर उत्तरप्रदेश, राजेश तिवारी पिता स्वर्गीय इंद्र देव तिवारी 37 वर्ष ग्राम भरतवा जिला देवरिया उत्तर प्रदेश, अवधेश सिंह पिता राजेंद्र सिंह 22 वर्ष ग्राम लेधोरा जिला टीकमगढ़ मध्यप्रदेश, रमनदीप सिंह पिता श्रवण सिंह 24 वर्ष बिलासपुर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश, जसवीर सिंह पिता मेवा सिंह 22 वर्ष करारी शहर निहोलका जिला मोहाडी पंजाब, श्याम कुमार गुप्ता पिता शिवनाथ गुप्ता 23 वर्ष ग्राम टनोई जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश और गुरुबचन सिंह पिता किशन सिंह 56 वर्ष सिरसा हरियाणा शामिल हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की लगातार तलाश की जा रही है.
जिपं उपाध्यक्ष ने की खनिज अधिकारी पर कार्रवाई की मांग
निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ हुई घटना के बाद चारों तरफ इसकी निंदा हो रही है. जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशू चंद्राकर ने कहा कि खूबलाल ध्रुव एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि और जिला पंचायत के सदस्य हैं.जो अवैध रेत खनन की सूचना मिलने के बाद खनिज अधिकारी को सूचना देकर निरीक्षण के लिए निकले थे. उनके साथ मारपीट और प्राणघातक हमला होना काफी निंदनीय है. इसमें जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 16 जून से खदान बंद करने के आदेश के बाद भी रेत खदानों का चलना संदेहास्पद है. खनिज अधिकारी को इसे संज्ञान में लेकर कार्यवाही करना था. लेकिन उनके द्वारा लापरवाही बरती गई. घटना के लिए एक तरह से वे भी दोषी हैं.इसलिए खनिज अधिकारी के खिलाफ भी उचित कार्रवाई होनी चाहिए.