आमोद कुमार/भोजपुर/कोईलवर। जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोईलवर से चांदी तक की मुख्य सड़क प्रशासन द्वारा वन-वे घोषित की जा चुकी है, लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रह गई है। हकीकत में इस मार्ग पर बालू लदे ट्रकों का अवैध संचालन लगातार जारी है जिससे आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं और स्थानीय जनता में भय का माहौल है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस एकतरफा मार्ग पर भारी ट्रकों की आवाजाही प्रतिबंधित है लेकिन बालू माफिया और पासर गिरोह के संरक्षण में ट्रक चालक इस नियम की खुलेआम अनदेखी कर रहे हैं। ट्रक चालक नो-एंट्री का उल्लंघन करते हुए धनडीहां, बहियारा और शाहिद कपिलदेव चौक जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों से होकर गुजरते हैं।

हादसों से दहशत, मौत का साया

हाल ही में धनडीहाँ गांव में एक युवक को अज्ञात ट्रक ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बावजूद ट्रकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं लग पाई। कोइलवर स्टेशन से लेकर शाहिद कपिलदेव चौक तक सड़क की हालत बेहद जर्जर है, गड्ढों से भरी यह सड़क हर दिन किसी नए हादसे को न्योता देती है।

दुकानदारों और राहगीरों की मुश्किलें

स्थानीय दुकानदार मुन्ना यादव बताते हैं ट्रकों की भीड़ से आए दिन जाम लगता है ग्राहक दुकान तक नहीं पहुंच पाते। रोज़ी-रोटी पर असर पड़ा है। वहीं धनडीहाँ निवासी सुहैल कहते हैं हादसे के बाद प्रशासन आया जरूर था लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

बच्चों की जान जोखिम में

कोईलवर स्टेशन के पास रहने वाली महिला सुलेखा देवी की चिंता बच्चों को लेकर है। उन्होंने कहा हमारे बच्चे रोज स्कूल जाने के लिए इसी सड़क को पार करते हैं हर समय डर बना रहता है कि कोई ट्रक चपेट में न ले ले।

जनता की मांग बंद हो अवैध ट्रक परिचालन

स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस अवैध ट्रक परिचालन पर तत्काल रोक लगाई जाए। साथ ही, सड़क मरम्मत और सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएँ, ताकि जान-माल की रक्षा हो सके।
लोगों का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो बड़े जनआंदोलन की शुरुआत की जाएगी।