प्रतीक चौहान. रायपुर. रायपुर रेलवे स्टेशन में प्रोटोकॉल सेवा की आड़ में अवैध वेंडिंग का खेल चल रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कि ये प्रोटोकॉल सेवा क्या होती है… तो चलिए आज हम आपको इस सेवा के बारे में विस्तार से बताते है. वैसे रेलवे और आरपीएफ से जुड़े लोगों इस शब्द को अच्छे से जानते और समझते है.
दरअसल जब भी रेल अधिकारी को अपने उच्च अधिकारी के लिए बुके, खाना या अन्य कोई खाद्य पदार्थ या सेवा करनी हो तो वो ठेकेदार की मदद लेते है और इसकी एवज में उन्हें अवैध वेंडिंग की छुट देते है. यही कारण है कि इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है. इतना ही नहीं यदि गलती से कोई कमर्शियल स्टॉफ इन्हें पकड़ भी ले तो तत्काल मैनेजर उच्च अधिकारी को फोन करते है और मिनटों में पकड़ने वाले अफसर के पास फोन आता है कि जिसे पकड़े हो उसे छोड़ दो…
यही कारण है कि प्रोटोकॉल सेवा की आड़ में ये अवैध वेंडिंग का खेल चल रहा है और यहां कार्रवाई करने वाला कोई नहीं. लल्लूराम डॉट कॉम के पास रिफ्रेशमेंट रूम के लिए वेंडिंग करने वाले 7 लोगों की तस्वीर मौजूद है. अब ये रेलवे अधिकारी अच्छे से समझ पाएंगे कि उन्हें वेंडिंग की कितनी अनुमति दी गई है और वे कितने स्टॉफ से वेंडिंग करवा रहे है.