नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को ‘द क्लाइमेट हैजर्ड एंड वल्नरेबिलिटी एटलस ऑफ इंडिया’ लॉन्च किया है। यह 13 सबसे खतरनाक मौसम संबंधी घटनाओं के लिए तैयार किया गया है, जिससे मानव और पशु जीवन की हानि होती है, जिस कारण व्यापक क्षति और आर्थिक नुकसान होता है। आईएमडी ने कहा, “जलवायु भेद्यता मानचित्रों का प्राथमिक उद्देश्य आपदा प्रबंधन क्षेत्रों के उपयोगकर्ताओं के लिए निवारक और अनुकूली उपाय करने के लिए संवेदनशील जिलों की पहचान करना है। इस प्रकार, भेद्यता मानचित्रों में, भेद्यता मूल्यांकन जिला स्तर पर केंद्रित था।”

आईएमडी के 147वें स्थापना दिवस को चिह्न्ति करने के लिए एक कार्यक्रम में नक्शा जारी किया गया था। 640 मानचित्र ऑनलाइन उपलब्ध हैं (आईएमडी वेबसाइट के हिस्से के रूप में)।

‘क्लाइमेट हैजर्ड मैप’ खंड में धूल भरी आंधी, ओलावृष्टि, गरज, कोहरा, बिजली, हवा का खतरा, अत्यधिक वर्षा की घटनाएं, सूखा और चक्रवात पर मानचित्र शामिल हैं, जबकि ‘क्लाइमेट हैजर्ड वल्नरेबिलिटी मैप’ खंड में शीत लहर, गर्मी की लहर, बाढ़, बिजली और बर्फबारी के लिए मानचित्र/सूचना/डेटा है।

जलवायु भेद्यता मानचित्रों के दृश्य प्रदर्शन के लिए, आईएमडी ने जलवायु अनुसंधान और सेवाओं, आईएमडी, पुणे के कार्यालय में भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) उपकरणों का उपयोग किया है।