शिखिल ब्यौहार, भोपाल। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए थे कि तीन श्रेणियों को छोड़कर अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को देश से बाहर भेजा जाए, लेकिन इस आदेश के चलते मध्य प्रदेश में एक अजब स्थिति पैदा हो गई है।यहां पाकिस्तान से आईं नौ महिलाएं रह रही हैं, जिनकी शादी पाकिस्तान में हुई थी, लेकिन वे भारत की नागरिक हैं। ये महिलाएं अपने बच्चों के साथ टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थीं। चूंकि बच्चों को पाकिस्तान की नागरिकता मिली हुई है, लिहाजा उन्हें वापिस भेजे जाने की प्रक्रिया में उन्हें भी शामिल कर लिया गया है।

सभी महिलाएं इंदौर, भोपाल और जबलपुर की रहने वाली

बच्चों की उम्र कम होने का का हवाला देकर पाकिस्तान में शादी करने वाली 9 महिलाएं अब पाकिस्तान जाने को राजी नहीं है। ये सभी महिलाएं इंदौर, भोपाल और जबलपुर की रहने वाली है। महिलाओं के परिजनों ने बच्चों की वीजा आदि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है। वहीं राज्य सरकार ने मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से मार्गदर्शन मांगा है। राज्य सरकार के सामने सबसे बड़ी उलझन यह है कि छोटे बच्चे अपनी भारतीय नागरिक माताओं के साथ हैं और उन्हें अकेले पाकिस्तान भेजना संभव नहीं है। हालांकि इनमें से एक महिला अपने बच्चे के साथ पाकिस्तान लौट गई है, लेकिन आठ महिलाएं अभी भी इंदौर, भोपाल और जबलपुर में रह रही हैं।

राज्य ने केंद्र से मांगा मार्गदर्शन

प्रदेश सरकार ने मानवीय आधार पर मामले में निर्णय लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से मार्गदर्शन मांगा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद केंद्र सरकार ने यह सख्त निर्देश जारी किए थे, लेकिन उसमें इस प्रकार की विशेष परिस्थितियों के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई गई थी। जिसके चलते अब इन महिलाओं के सामने संकट गहरा गया है। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H