अभिषेक सेमर, तखतपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है। हमने जूनापारा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक मनोज शर्मा की संवेदनहीनता की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसपर अब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने सख्त रुख अपनाया है। शव के टुकड़ों को बोरी में भरवाकर परिजनों से मोटरसाइकिल में पोस्टमार्टम के लिए तखतपुर भेजने के मामले में एसएसपी ने विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच की जिम्मेदारी कोटा एसडीओपी नूपुर उपाध्याय को सौंपी गई है।


जानकारी के अनुसार, 15 मई की सुबह सकेरी निवासी 50 वर्षीय उमाशंकर साहू लकड़ी लेने के लिए सांवतपुर जंगल गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया और जूनापारा चौकी में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। साथ ही मोबाइल लोकेशन ट्रैक करने की मांग की गई थी, लेकिन चौकी प्रभारी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस पर भरोसा न करते हुए परिजनों ने गांव वालों की मदद से खुद ही खोजबीन जारी रखी। अंततः शनिवार (17 मई) सुबह उमाशंकर की क्षत-विक्षत लाश सांवतपुर के जंगल में नीम घाट के पास पत्थरों के बीच मिली। उसके पास ही कपड़े, जूते और मोबाइल भी मिला, जिससे उसकी पहचान सुनिश्चित हुई।
इसके बाद शव के टुकड़ों को इकट्ठा कर बोरी में भरकर जूनापारा चौकी लाया गया। लेकिन यहां से चौकी प्रभारी मनोज शर्मा ने शव को मोटरसाइकिल से ही परिजनों के साथ तखतपुर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस अमानवीय व्यवहार को लेकर जब लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की, तो मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा। एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले को संज्ञान लेते हुए उपनिरीक्षक मनोज शर्मा के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। अब एसडीओपी कोटा अभी संबंधितों के बयान दर्ज कर अपना रिपोर्ट तीन दिन में प्रस्तुत करेंगी।
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि कोटा एसडीओपी को मामले में जांच करने और रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से जांच का आदेश प्राप्त हुआ है। अगले दो दिन वीआईपी ड्यूटी है। वहां से आने के बाद अभी संबंधितों के कथन लेकर रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
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