अमित पांडेय, खैरागढ़। नगर पालिका परिषद खैरागढ़ में दुकानों की नीलामी में गड़बड़ी का मामला लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुख से उठाया था। खबर के बाद नगर पालिका बैकफुट पर आई और आखिरकार 14 अक्टूबर 2025 को हुई पूरी नीलामी को रद्द कर दिया। इसका आदेश मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने 14 नवंबर 2025 को जारी किया। जारी आदेश में साफ लिखा है कि मणिकंचन केंद्र के पास स्थित 8 दुकानों और फतेह सिंह मैदान की 3 दुकानों कुल 11 दुकानों की नीलामी अब निरस्त कर दी गई है।
लल्लूराम डॉट कॉम की रिपोर्ट में यह सामने आया था कि 2023 की तुलना में 2025 की नीलामी में दुकानों की कीमतें जानबूझकर बहुत कम रखी गईं। कई दुकानों को उन्हीं लोगों को दोबारा कम कीमत पर देने की तैयारी थी, जिन्होंने पहले ऊंची बोली लगाकर रकम जमा नहीं की थी। इस वजह से नगर पालिका को करीब 64 लाख 77 हजार रुपए का सीधा नुकसान होने की संभावना बन गई थी। यह मामला उजागर होते ही नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे। शहर में यह चर्चा भी तेज हो गई कि यदि मीडिया ने दस्तावेजों के साथ यह जानकारी सामने नहीं लाती तो इतनी बड़ी गड़बड़ी दबा दी जाती और दुकानों को कम कीमत में बांट दिया जाता।

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विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने भी नीलामी में अनियमितता की शिकायत अवर सचिव, नगरीय प्रशासन विभाग रायपुर से की थी। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और नीलामी को नियमों के अनुसार दोबारा कराया जाए। बहरहाल नीलामी तो रद्द कर दी गई है, लेकिन अब शहर में बड़ा सवाल यह है कि आगे क्या होगा।

लोग जानना चाहते हैं कि क्या इस पूरे मामले की जांच होगी, क्या जिम्मेदार लोग चिन्हित होंगे और क्या अगली बार नीलामी पूरी पारदर्शिता के साथ होगी। इस मामले में लल्लूराम डॉट कॉम की रिपोर्ट का असर साफ दिख रहा है। नगर पालिका को पूरी प्रक्रिया रोकनी पड़ी और अब उसे अपने फैसलों पर सफाई देनी पड़ रही है। शहर की नजरें अब अगली कार्रवाई पर टिकी है।
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