रायपुर। छत्तीसगढ़ के नये जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के चहुंमुखी विकास के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा की गई घोषणाओं पर अमल शुरु हो गया है। इसी कड़ी में जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाते हुए दो नयी अत्याधुनिक एक्सरे मशीनें जिला अस्पताल गौरेला तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही में लगाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9 अगस्त 2020 को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिलेवासियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा करते हुए आश्वस्त किया था कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी तरह की अधोसंरचनाओं के विकास के लिए तेजी से कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिक आवश्यकताओं की शीघ्रता से पूर्ति के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसी कड़ी में नवगठित गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के गौरेला स्थित जिला अस्पताल तथा मरवाही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उच्च तकनीकी क्षमता के एक्स-रे मशीनों की स्थापना की गई है। जिले के शासकीय अस्पतालों में एक्स-रे मशीन लग जाने से हड्डियां टूटने, फ्रैक्चर एवं दुर्घटना में अस्थि-विकारों से पीड़ितों का स्थानीय स्तर पर ही इलाज हो सकेगा। जिले के लोगों को इनके उपचार के लिए अब बड़े शहर या अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। जिला अस्पताल एवं मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इस सुविधा से आर्थिक कारणों से इलाज के लिए बाहर नहीं जा सकने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। अब वे अपने क्षेत्र में ही हड्डी से संबंधित विकारों की जांच और उपचार करा सकेंगे।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि गौरेला जिला अस्पताल और मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग नौ-नौ लाख रूपए की लागत से 300 एम.ए. की मशीन स्थापित की गई हैं। इन दोनो सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे मशीन लग जाने से अब हड्डी टूटने एवं फ्रैक्चर की तकलीफों से जूझ रहे लोगों की जांच व इलाज जिले में ही किया जा सकेगा।