Lalluram Desk. कार्तिक मास को सबसे पवित्र महीनों में गिना गया है. इस महीने में सूर्योदय से पहले स्नान करना न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि स्वास्थ्य और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है. पुराणों में उल्लेख है कि इस माह का ब्रह्ममुहूर्त स्नान व्यक्ति को पापों से मुक्त कर मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग दिखाता है.
धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यता
धर्मशास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास भगवान विष्णु को अति प्रिय है. पद्मपुराण में यह कहा गया है कि कार्तिक में प्रातःकाल पवित्र नदियों, झीलों अथवा घर पर गंगाजल से स्नान करने से अनेक जन्मों के पाप मिट जाते हैं. सूर्योदय से पहले का समय अत्यंत शुभ माना गया है, क्योंकि इस समय का वायु मंडल शुद्ध होता है और आध्यात्मिक साधना के लिए उपयुक्त होता है. स्नान के बाद भगवान विष्णु और तुलसी का पूजन करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
स्वास्थ्य और वैज्ञानिक दृष्टि
प्राचीन परंपराओं में छिपा विज्ञान भी आज आधुनिक चिकित्सा द्वारा स्वीकार किया गया है. विशेषज्ञों के अनुसार प्रातःकाल स्नान करने से रक्तसंचार बेहतर होता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मानसिक स्फूर्ति बनी रहती है. खासतौर पर ठंड के मौसम में सूर्योदय से पहले स्नान करने से शरीर की आंतरिक गर्मी संतुलित रहती है और दिनभर ताजगी बनी रहती है.