Importancae of Tulsi: भारतीय संस्कृति में तुलसी को केवल एक पौधा नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी का साक्षात स्वरूप माना गया है. लगभग हर हिंदू घर के आंगन या चौक में तुलसी का पौधा अवश्य मिलता है, जिसके चारों ओर पूजा, व्रत और नियमों का विशेष महत्व होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस पौधे को इतना पवित्र क्यों माना गया है?
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तुलसी देवी लक्ष्मी का ही एक रूप (Importancae of Tulsi)
पुराणों के अनुसार, तुलसी देवी लक्ष्मी का ही एक रूप हैं, जो श्रीहरि विष्णु को अत्यंत प्रिय हैं. ‘तुलसी विवाह’ जैसी परंपरा भी इस तथ्य की पुष्टि करती है कि तुलसी को देवी का दर्जा प्राप्त है. मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता. लेकिन तुलसी का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक भी है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और रोग प्रतिरोधक गुण होते हैं, जो वातावरण को शुद्ध करने में सहायक होते हैं.
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जीवनदायिनी औषधि (Importancae of Tulsi)
आयुर्वेद में तुलसी को जीवनदायिनी औषधि कहा गया है. इसका सेवन मानसिक शांति, सर्दी-जुकाम और पाचन संबंधी समस्याओं में अत्यंत लाभकारी माना गया है. आध्यात्मिक दृष्टि से भी तुलसी का पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और रोगों से रक्षा प्रदान करता है. यही कारण है कि इसे दैनिक पूजा में शामिल किया जाता है और इसकी सूखी पत्तियों का उपयोग प्रसाद और जल में भी किया जाता है.
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