अंबिकापुर– भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कल 12 अक्टूबर को होने वाले सरगुजा दौरे को लेकर पार्टी की अंदरुनी राजनीति गरमा गई है. पार्टी के प्रत्याशी चयन को लेकर अमित शाह के इस दौरे को महत्वपूर्ण माना जा रहा है,इसलिये सरगुजा संभाग के विधानसभा क्षेत्रों के दावेदार अपने- अपने पक्ष में माहौल बनाने के साथ साथ अपने विरोधियों की कमियों को उजागर करने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं. माना जा रहा है कि सरगुजा दौरे में अमित शाह सरगुजा संभाग की सभी सीटों पर पार्टी के संभावित प्रत्याशियों के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओँ की जानकारी लेंगे.इसके मद्देनजर दावेदारों ने अपने अपने पक्ष में शक्ति प्रदर्शन करना शुरु कर दिया है और अपना नंबर बढ़ाने के लिये हरसंभव कोशिश करने में जुटे हुए हैं.
सरगुजा इलाके में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा पिछले चुनावों में पार्टी से बगावत कर चुके नेताओं के भविष्य को लेकर है.इनमें से दो नामों की चर्चा प्रमुख तौर पर हो रही है. पहला नाम है पूर्व मंत्री गणेश राम भगत का ,जिन्होंने पिछले चुनाव में पार्टी का टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और दूसरा नाम है भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय शिवप्रताप सिंह के पुत्र विजय प्रताप सिंह का ,जिन्होनें पार्टी से बगावत कर विधानसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ा था और बाद में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी रामकिशुन सिंह के खिलाफ बगावत कर कांग्रेस की मदद ली. विजय प्रताप सिंह कांग्रेस की मदद से जिला पंचायत अध्यक्ष बने और कांग्रेस को इसके बदले में उपाध्यक्ष का पद दिला दिया.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इन दोनों नेताओं को टिकट नहीं देने की मांग को लेकर आला नेताओं से शिकायत की है. इनके अलावा कुछ और नेताओं की शिकायत की गई है,जिन्होंने पिछले चुनाव में पार्टी के प्रत्याशियों को हराने के लिये काम किया था. कार्यकर्ताओं का मानना है कि ऐसे बागी नेताओं की पार्टी में वापसी भले ही हो गई है,लेकिन ऐसे लोगों को टिकट देने से चुनाव परिणाम और कार्यकर्ताओं के मनोबल पर विपरित असर होगा. खास तौर पर विजय प्रताप सिंह के बारे में शिकायतों का एक पुलिंदा सौंपा गया है,जिसमें यह शिकायत की गई है कि जिला पंचायत अध्यक्ष रहने के दौरान उन पर शिक्षाकर्मियों की भर्ती में भारी घोटाला करने के आरोप लगे थे.इसके अलावा एक अखबार की कटिंग भेजकर ये शिकायत दर्ज कराई गई है कि विजय प्रताप सिंह ने टिकट घोषित होने से पहले अपने आपको प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
कुल मिलाकर सरगुजा इलाके में भाजपा के अंदर टिकट पाने को लेकर उठापटक का दौर जारी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इन तमाम उठापटक के बीच पार्टी किन दावेदारों को अपना उम्मीदवार बनाती है.