चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में चंडीगढ़ में पंजाब कैबिनेट की अहम बैठक हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए।

इस बीच पंजाब के नौजवानों को बड़ा तोहफा दिया गया और करीब 1000 नई नौकरियों का ऐलान किया गया। बैठक के बाद प्रेस कांफ्रैंस को सांझे तौर पर कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा ने संबोधित किया।

अमन अरोड़ा ने कहा कि जब से भगवंत मान की सरकार बनी है तब से प्रदेश के युवाओं को नौकरियां देने का सिलसिला जारी है। इसके तहत अब तक साढ़े 37 हजार से ज्यादा युवा लड़के-लड़कियों को नौकरी दी जा चुकी है। 

Punjab government’s

आज भी विभिन्न विभागों की नौकरियों पर चर्चा की गई, पंजाब सिविल सचिवालय में 106 नए क्लर्क पद भरने का फैसला लिया गया है। इसी प्रकार प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग में 440 नए पदों को मंजूरी दी गई। कुल मिलाकर करीब 1000 नए युवाओं को अलग-अलग विभागों में नौकरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब के पौने 3 करोड़ लोगों को सेवाएं देनी हैं तो इसके लिए कर्मचारियों की जरूरत है। लंबे समय से विभिन्न विभागों में पद खाली पड़े थे, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा था।  

हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा सजा पूरी कर चुके 10 कैदियों को रिहाई के बारे विचार-विमर्श किया गया। इनमें से 5 कैदियों को आज रिहा करने का फैसला लिया गया है, लेकिन गंभीर अपराध करने वाले 5 कैदियों की रिहाई खारिज कर दी गई है। इसके अलावा, जी. एस. टी. कौंसिल से संबंधित एक्टों को मंजूरी दे दी गई है ताकि उन्हें केंद्र सरकार को भेजा जा सके। हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाब विधानसभा सत्र को लेकर राज्यपाल द्वारा लिखे गए पत्र पर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन वे राज्यपाल को बताना चाहते हैं कि यह सत्र कानूनी है और इसमें महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने हैं, जो कि पंजाब के लोगों से संबंधित हैं। इसलिए इस पर राज्यपाल को किसी तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।