पंकज सिंह भदौरिया,दन्तेवाड़ा।  नक्सल विरोधी अभियान का नतीजा है कि जवानों को एक के बाद एक बड़ी सफलता मिल रही है. शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 1 लाख के इनामी जन मिलिशिया कमाण्डर ने पोटाली कैम्प पहुंचकर आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर करने वाले नक्सली का नाम मुचाकी मल्ला उर्फ वेयगन मल्ला है. जो गोगोंडा गांव थाना अरनपुर का रहने वाला बताया जा रहा है.

पुलिस ने प्रेजनोट जारी करते हुए जानकारी दी कि जन मिलिशिया कमाण्डर मुचाकी मल्ला मलंगीर एरिया कमेटी में सक्रिय रहा है. ये सड़क काटने ,आश्रम तोड़ने के साथ ही बड़े नक्सली लीडरों के लिए भोजन व्यवस्था, मीटिंग बैठाना, सन्त्री डियूटी जैसे कई मामलों में संलिप्त रहा है. जिस पर शासन द्वारा एक लाख रूपए का इनाम घोषित था.

प्रेसनोट में यह भी दावा किया गया है.कि पोटाली कैम्प में तैनात डीआरजी व दंतेश्वरी महिला फाइटर्स की कमांडो स्थानीय गोंडी भाषा मे ग्रामीणों को नक्सलियों की करतूत बता रही है. आत्मसमर्पण व पुनर्वास योजना भी बता रही है. जिसके प्रभाव से यह समर्पण हुआ है.

शासन की पुनर्वास नीति से हुआ प्रभावित

पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले जन मिलिशिया कमाण्डर मुचाकी मल्ला ने छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुडने का काम किया है. आत्मसमर्पण करने वाले मुचाकी मल्ला ने नक्सलियों ने बताया कि नक्सली संगठन के सदस्य बहकावे में लाकर आपराधिक दुनिया में धकेल देते हैं. जहां हर दिन जीवन और मौत से जूझना पड़ता है.

आत्मसमर्पण करने वाले  मुचाकी मल्ला गोगुंडा अरनपुर नेंडीपारा का रहने वाला बताया जा रहा है. जिसे समर्पण करने पर 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी गयी है. इस अवसर पर पुलिस अनुविभागीय देवांश राठौर किन्दुल, सोनसिंह थाना प्रभारी अरनपुर सहित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.