रायपुर– भाजपा विधानसभा चुनावों में हुई बुरी पराजय के बाद भी अपना अहंकार नहीं छोड़ पा रही है. प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा की समीक्षा बैठकों में प्रदेश से लेकर जिलों में नेता जिस प्रकार अहंकार का प्रदर्शन कर रहे और 15 वर्षों से सत्ता का गुरूर नहीं छोड़ पा रहे, नेता हार के लिए लगातार कार्यकर्ताओं को अपमानित कर रहे हैं. भाजपा की बैठकों का समाचार संकलन करने गए पत्रकारों के साथ अभद्रता कर रहे हैं. यह भाजपा के फासीवादी चरित्र का परिचायक है. लगातार सत्ता में रहने के कारण बीजेपी और उसके नेता अपने लोकतांत्रिक चरित्र को खो बैठे हैं.
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के नेता जमीनी हकीकत को समझ लें एक विपक्षी राजनैतिक दल के रूप में अपना आचरण सुधार लें अन्यथा विधानसभा चुनाव में जनता के द्वारा नकारे जाने के बाद छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी का नामलेवा भी नहीं बचने वाला. किसी भी दल के कार्यकर्ता उसकी रीढ़ की हड्डी होते हैं, कार्यकर्ता पार्टी रीति और नीति को जनता तक पहुंचाते हैं तथा पार्टी के संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाते है. छत्तीसगढ़ की जनता ने नजदीक से देखा है जिन कार्यकताओं के दम पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में तीन बार सरकार बनाने में सफल हुई भाजपा राज में उन्हीं कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई.
तीन बार की सरकार चंद सत्तारूढ़ भाजपा नेताओं की बंधक बन गई थी. सरकार में बैठे हुए लोगों के कुशासन, वायदा खिलाफी कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार का ठीकरा वहीं सत्ता सुख भोग चुके नेता कार्यकर्ताओं के माथे फोड़ रहे. बैठकों में खबरों का संकलन करने पहुंचे पत्रकारों के साथ लगातार अभद्रतायें की जा रही है. दुर्ग की बैठक अनिल जैन की पत्रकारवार्ता, अब रायपुर जिले की बैठक में पत्रकारों के अभद्रता का फिर से दुहराव हुआ. भाजपा भूल रही है पत्रकार लोकतंत्र का चौथा सबसे मजबूत स्तंभ है. विपक्ष के रूप में उनकी आवाज को स्थान पत्रकार ही देंगे लेकिन अहंकार में भाजपाई उन्हीं पत्रकारों के साथ मारपीट की निंदनीय और आपत्तिजनक व्यवहार कर रहे.