नई दिल्ली. ऐसा लगता है पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान देश के लिए लकी नहीं साबित हुए हैं. उनके प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ही अमेरिकी सेना ने कहा है कि वह पाकिस्तान को दी जाने वाली 30 करोड़ डॉलर जो कि पाकिस्तानी मुद्रा के हिसाब से करीब 3600 करोड़ रुपये होते हैं, कि आर्थिक मदद रद्द कर रहा है. कारण बताते हुए अमेरिका ने कहा कि चूंकि पाकिस्तान आतंकवादी गुटों के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रहा है इसलिए हम उसे दी जाने वाली आर्थिक मदद रद्द कर रहे हैं.
बीबीसी के मुताबिक, पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोनी फॉकनर ने कहा कि अमेरिकी सेना का उद्देश्य इस धनराशि का उपयोग आवश्यक प्राथमिकताओं पर खर्च करने की है. फॉकनर ने कहा, हम लगातार पाकिस्तान पर सभी आतंकवादी गुटों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बनाते रहे लेकिन पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया. हम इस 30 करोड़ डॉलर की धनराशि को रद्द कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल अन्य जरूरी कार्यो पर करेंगे.
यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मिलने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भी पाकिस्तान पर धोखा देने के आरोप लगाते रहे हैं.