अनूप मिश्र, बहराइच. बौण्डी थाना परिसर के भीतर एक पक्ष पर कार्रवाई करने और दूसरे पक्ष को जबरन थाने में बैठने के मामले को लेकर प्रधान के समर्थक सहित अन्य लोगों ने थाना प्रभारी के साथ मारपीट की है. जिसमें थाना प्रभारी की उंगली में फैक्चर हो गया है. वहीं मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. चार लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है.

हालांकि मामले की जांच में थाना प्रभारी की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई है. जिसके बाद थाना प्रभारी ज्ञान सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ल ने बताया कि 2 अक्टूबर की रात में थाना प्रभारी ज्ञान सिंह के द्वारा बौण्डी थाना क्षेत्र के कोदही गांव के रहने वाले चार लोगों को पूछताछ के लिए थाने में लाया गया था. उनसे पूछताछ की जा रही थी. उसी समय गांव के प्रधान के भाई विक्रम सिंह चौहान प्रभारी के कमरे में आए और तेज आवाज में कहने लगे कि आपको क्या अधिकार है कि आप बगैर मुकदमा दर्ज किए इन लोगों से पूछताछ कर सकते हैं. इस पर प्रभारी ज्ञान सिंह ने कहा कि अभी इनके खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया जा रहा है केवल पूछताछ के लिए लाया गया है.

इसे भी पढ़ें : खत्म हो रहा डर ! तेंदुए के आतंक से ग्रामीणों को राहत, वन विभाग ने तीसरे को भी पकड़ा

थाना प्रभारी खुद पाए गए दोषी

विक्रम सिंह चौहान ने तेज आवाज में चिल्लाना शुरू कर दिया. उसी के तुरंत बाद खुद प्रधान कोदही मनीराम चौहान ने थाने में प्रवेश किया और फिर मामला और बढ़ गया. जिसके बाद प्रधान समर्थकों सहित अन्य लोगों के द्वारा प्रभारी ज्ञान सिंह से मारपीट की गई थी. इसमें प्रभारी की उंगली भी फैक्चर हो गई है. इसके बाद प्रधान के भाई विक्रम सिंह चौहान सहित अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा इस मामले को संज्ञान में लिया गया और जांच की गई तो उसमें खुद थाना प्रभारी ज्ञान सिंह ही जांच में दोषी पाए गए. जिनके खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ला के द्वारा लाइन हाजिर कर दिया गया.