पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले के उदंती सीता नदी अभ्यारण में फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर धड़ल्ले से बेशकीमती सागौन लकड़ी की तस्करी की जा रही है. गिरोह शातिर तरीके से लकड़ी काटकर नदी में बहाकर ओडिशा ले जाता है. अब लकड़ी तस्करी गैंग पर अभ्यारण्य प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है.

उदंती दंती सीता नदी अभ्यारण्य के उपनिदेश वरुण जैन बताया कि प्राप्त गोपनीय सूचना मिला की वन परिक्षेत्र रिसगांव के चमेदा गांव से लगे सागौन प्लानटेशन से उड़ीसा राज्य के 15 व्यक्तियों के द्वारा गिला सागौन वृक्षों की कटाई कर 15 नग सायकल में 15 नग सागौन स्लिपट ले जाने वाले है. सूचना के अनुसार वन परिक्षेत्र रिसगांव के वन अमलों के द्वारा मौके का घेरा बंदी किया गया. एक आरोपी पकड़ में आया और बाकी 14 आरोपी मौके से फरार हो गए. मौके पर 15 सायकल और 15 नग लट्ठा को जब्त किया गया. इस कार्रवाई और फरार आरोपियों की पता साजी करने के लिए एन्टीपोंचिग टीम उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद को सामिल किया गया.

ओडिशा में बनाया नेटवर्क, वहीं से टीम ने 5 लाख के इमारती जब्त किया

कण्डेतरा के फरार आरोपी कुमला पिता तिहारू राम, भुनेश्वर पिता रमेश गोड़ के घर तलाशी लिया गया, आरोपी फरार थे और कृष्णा पिता बिसंबर हल्बा के घर तलाशी लिया गया. जहां वृहद मात्रा में फर्नीचर बनाने के समान सागौन पलंग, पल्ला, खुर्सी जब्त किया गया. ग्राम राजपुर के फरार आरोपी मंगलु राम के घर से 15 नग गिला सागौन का लट्ठा जब्त किया गया. उसके बाद रंजित पिता रति राम गोड़ के घर बाड़ी का तलाशी लिया गया . बाड़ी में 4 नग सागौन लट्ठा एवं घर से 36 नग सागौन पल्ला , 6 नग साल की चौखट कडी जप्त किया गया. उड़िसा टीम के साथ संयुक्त टीम बनाकर ग्राम सोनपुर के टेपा (सुजीत मजुमदार) और संतोष विश्वास और अन्य आरोपी के घरों का तलाशी तनुजा जी परिक्षेत्र अधिकारी रायधर ने तलाशी वारंट जारी कर तलशी लिया गया . संतोष विश्वास के घर से बनी फर्नीचर एवं पल्ला एवं लट्ठा कुल 20.995 cft जब्त किया गया और अन्य घरों से कुल 3 मेटाडोर सागौन की लकड़ी, सागौन लकड़ी की बनी फर्नीचर, पल्ला, चिरान, लट्ठा, बरामद किया गया. जिसे उड़ीसा के वन कर्मचारी के द्वारा जप्ती किया गया. टेपा (सुजीत मजुमदार) और संतोष विश्वास अभी भी गिरफ्त से बाहर है. ओडिशा और छत्तीसगढ़ वन विभाग सभी फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.

इस कार्रवाई मे उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद के एवं नरंगपुर वनमण्डल के समस्त वन कर्मचारी/अधिकारी और पुलिस विभाग गरियाबंद का विशेष योगदान रहा.

बरसाती नदी में बहा कर लकड़ी करते थे जंगल के बाहर

गैंग ओडिशा सीमा से लगे अभ्यारण के जंगलों से इमारती हरे भरे पेड़ो की कटाई कर उड़ीसा में सप्लाई कर रहा था. हथियार से लैस इस गिरोह में 15 मुख्य आरोपी के अलवा इनके कई सहयोगी भी हैं. बारिश के दिनो मे पेड़ो को काट कर उदंती नदी में बहा कर ओडिसा से ले जाते थे ,बरसात में ज्यादा कटाई होती थी,उसमे जंगल में अतिक्रमण कारियो का भी हाथ होता था. पिछले चार सालों से सक्रिय यह गैंग अब तक लाखो के पेड़ो को काट चुके थे.