कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो, दूसरे के इश्क, मोहब्बत को बदनाम करने के नाम पर माल कमाने का काम कर रहे थे. जी हां… दरअसल, जबलपुर में एक कथित पत्रकार और दो महिलाओं के शातिर गिरोह का कारनामा सामने आया है. ये तीनों ऐसी महिलाओं या लड़कियों की तलाश में रहते थे, जिन महिलाओं की शादी हो चुकी हो और वो किसी कारण अपने पति से दूर रह रही हों. ये गिरोह उन महिलाओं से पहले दोस्ती करता था और फिर बाद में उनके अफेयर का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर उगाही करता था.

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बता दें कि जबलपुर में इस गिरोह ने एक ऐसी ही महिला को चरित्र हनन और उसे नौकरी से निकलवा देने की धमकी देकर उससे पहले तो 3 लाख रूपये वसूले और उसके बाद उससे दस लाख रुपए की मांग करने लगे. परेशान होकर पीड़ित महिला रेलकर्मी ने सिविल लाइंस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों शातिर महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि गिरोह का सदस्य कथित पत्रकार विकास द्विवेदी अभी फरार बताया जा रहा है.

पीड़िता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि महिला रेलकर्मी रेखा का एक युवक अमित आम्रवंशी से सामान्य परिचय था. अमित ने रेखा को अपनी पत्नी चित्रा आम्रवंशी से मिलाया. जिसके बाद रेखा और चित्रा की गहरी दोस्ती हो गई. कुछ दिनों बाद चित्रा ने उसे धमकी दी कि उसे रेखा की पर्सनल जिंदगी के बारे में काफी कुछ मालूम हो गया है और वह जल्द ही उसे बदनाम कर देगी. आरोपी महिला ने पीड़िता से बदनामी से बचाने के लिए उसे 3 लाख रुपए की डिमांड की. जिसके बाद रेखा ने जब पैसे देने से इंकार कर दिया तो एक दिन चित्रा अपने साथ रश्मि दिवेदी को लेकर पीड़िता के घर पहुंच गई.

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खबर के मुताबिक रश्मि द्विवेदी ने अपने आप को एक हिंदूवादी संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया और रेखा से पैसों की मांग की. जब रेखा ने इनकार किया तो चित्रा और रश्मि द्विवेदी ने रेखा के साथ जमकर मारपीट की और उसे नौकरी से निकलवा देने की धमकी दी. वहीं इस दौरान आरोपियों ने रेखा का एटीएम कार्ड घर से छीन लिया. जिसके बाद पीड़िता के अकाउंट से दोनों आरोपी महिला ने 3 लाख रुपए पार कर दिए. अकेली रह कर नौकरी कर रही रेखा दहशत में आ गई.

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बताया जा रहा है कि इसी दौरान एक कथित पत्रकार विकास द्विवेदी ने भी रेखा को धमका कर उससे पैसे वसूलने शुरू कर दिए. कुछ दिन बाद इन तीनों ने रेखा से दस लाख रुपए मांगे और नहीं देने पर चरित्र हनन और नौकरी से निकलवा देने की धमकी दी. रोज-रोज की धमकी से परेशान आकर रेखा ने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चित्रा आम्रवंशी और रश्मि द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इसी बीच फर्जी पत्रकार विकास द्विवेदी फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.

एएसपी रोहित काशवानी ने बताया कि महिला रेलकर्मी बेहद डरी हुई थी, इसलिए उसे सुरक्षा भी प्रदान की गई है और उसकी काउंसलिंग भी की जा रही है. पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

लोगों को डराने बना रखा था हिंदू संगठन

बताया जा रहा है कि इन शातिर महिलाओं के गिरोह ने एक फर्जी हिंदूवादी संगठन भी बना रखा था. इस गिरोह की सरगना रश्मि द्विवेदी उसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी हुई थी. ये गिरोह पहले महिलाओं को अपने जाल में फंसाता था, उसके बाद में उनको अपने हिंदूवादी संगठन का बैनर का नाम लेकर वसूली करता था.

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