शब्बीर अहमद, भोपाल। खरगोन में पुलिस कस्टडी में एक आदिवासी युवक की मौत के मामले में कांग्रेस की जांच कमेटी ने पीसीसी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ के नेतृत्व में जांच कर लौटी 4 सदस्यीय कमेटी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। इसके साथ ही मामले में कांग्रेस ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है साथ ही सरकार से मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजे के साथ ही नौकरी देने की भी मांग की है।

मामले में जांच समिति की अध्यक्ष और पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते है अपराधी को 10 फिट गड्ढे मे गाड़ दूंगा।लेकिन कहीं भी आज तक ऐसा गड्ढा नहीं मिला जहां कोई अपराधी मिला हो। उल्टा आदिवासी परिवार को गड्ढा खोदकर गाड़ दिया।घटना के तुरंत बाद हम लोग पीड़ित परिवार से मुलाकात करने खरगोन पहुंचे। कमलनाथ ने घटना के बाद तत्काल जांच टीम गठित की।

उन्होंने आगे कहा, मृतक युवक पुलिस ने खाना तक नहीं दिया। परिवार खाना लेकर पहुंचता था लेकिन खाना नहीं दिया जाता था। पुलिस ने युवक को इतना पीटा की युवक की हड्डी दिखने लगी। हमने घटना को लेकर पुलिस से मुलाकात की। पुलिस का कहना था युवक को चोट पहले से थी। अगर पहले से चोट थी तो फिर रिमांड पर क्यों लिया गया ? काफी मुश्किलों का बाद हमें बाकी गिरफ्तार युवकोx से मिलने दिया गया।

पूर्व मंत्री ने कहा कि ये अपराध है जघन्य हत्या है। मौत के बाद जो हंगामा हुआ वो क्रिया की प्रतिक्रिया है। 1 करोड़ की मृतक के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नोकरी मिलना चाहिए। पूरे मामले की सीबीआई जांच होना चाहिए। गृहमंत्री जिनकी जिम्मेदारी है वो शेरो शायरी करते हैं, ऐसे गृहमंत्री को कुर्सी पर रहना का अधिकार नहीं है। कांग्रेस कमेटी पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए देगी।