अविनाश श्रीवास्तव, सासाराम। जिले के बडहरी थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां लकड़ा गांव में एक महिला को ससुराल पक्ष के लोगों ने एक कमरे में नजर बंद करके रखा था, जिसे महिला हेल्प डेस्क की टीम ने तीन थानों की पुलिस के सहयोग से मुक्त कराया है।

जुलाई में पति का हुआ था देहांत

बता दें की बीते 11 जुलाई 2025 को महिला के पति का देहांत हो गया था। उसके पति हैदराबाद में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। महिला के दो बच्चे भी हैं। पति के मौत के बाद पुष्पा कुमारी को ससुराल के लोगों ने प्रताड़ित करना शुरू किया तथा उसे उसके ही घर में नजर बंद कर दिया। क्योंकि महिला के ससुर पहले से ही जीवित नहीं है। पति के मरने के बाद मात्र सास बहू और उसके दो बच्चे ही रह गए थे। ऐसे में चाचा, चाचा तथा अन्य रिश्तेदारों ने संपत्ति के लालच में महिला को नजर बंद कर दिया था।

तीन थानों की पुलिस ने कराया मुक्त

महिला हेल्प डेस्क ने जब पुलिस से मदद ली तथा करगहर, बरहरी तथा धर्मपुरा थाना की पुलिस ने एक साथ मिलकर कार्रवाई की, तब जाकर महिला को मुक्त कराया जा सका। फिर भी महिला के पुत्र को उन लोगों ने अपने पास रख लिया है। जबकि उसकी पुत्री को उसे सौंपा दिया।

पुत्री को सौंपा, पुत्र को अपने पास रखा

पीड़ित महिला पुष्पा कुमारी का कहना है कि उसके ससुर का पहले ही देहांत हो चुका था और उसके पति इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। उनके पति के अचानक मौत के बाद उसके पति के चाचा-चाचा सभी एक्टिव हो गए और उन लोगों को प्रताड़ित करना शुरू किया। अंत में महिला के पिता रामदेव पासवान ने कई बार पुलिस से मदद मांगी। लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अंततः महिला हेल्प डेस्क के पास यह मामला पहुंचा।

महिला हेल्प डेस्क के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित महिला को उसके ही घर से मुक्त कराकर उसके पिता को सौंपा गया। महिला का मायका कैमूर जिला के बेलाव थाना के सोनबरसा गांव है। महिला के ससुराल के पक्ष के लोग अभी भी उसके पुत्र को अपने पास रख लिए हैं।

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