जीवन सिरसान, बीजापुर। एक साल के दौरान 160 माओवादियों की मौत हुई है, जिसमें से सबसे ज्यादा दण्डकारण्य में 101 मौतें हुई हैं. यही नहीं मारे गए 72 माओवादियों की जानकारी संगठन के पास नहीं है. इस बात का खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद माओवादियों की केंद्रीय कमेटी ने प्रेस रिलीज जारी कर किया है.

माओवादियों के केंद्रीय कमेटी ने 16 पन्नों का प्रेस नोट जारी कर 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाए जाने की घोषणा की. इसके साथ ही माओवादियों की मौतों का आंकड़ा देते हुए बताया कि दंडकारण्य में 101 माओवादियों के अलावा बिहार-झारखंड में 11, ओडिसा में 14, महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ (एमएमसी) में 8, ओडिसा-आंध्र सीमा पर 11, तेलंगाना में 14 और पश्चिमी घाटी में 1 माओवादी की मौत हुई है.

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केंद्रीय कमेटी के अनुसार, बीते एक साल में मरने वाले माओवादियों में 30 महिला माओवादी शामिल हैं. इसके अलावा दुर्घटना में पांच और बीमारी से हरिभूषण समेत 13 माओवादियों की मौत हुई है. इसके अलावा एक साल में हुए विभिन्न मुठभेड़ों में 95 माओवादी मारे गए हैं.