प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश की बागडोर संभाल चुके हैं. वह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं. पीएम मोदी के साथ 72 सांसदों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. मोदी की कैबिनेट में 30 मंत्री हैं. जिसमें 9 नए चेहरे शामिल हैं. PM नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद के ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल में दक्षिणी हिस्से पर भी फोकस रखा है. मोदी की नई कैबिनेट में दक्षिण से 13 मंत्री शामिल हैं. कर्नाटक से 5 मंत्री बनाए गए हैं. एक नजर, दक्षिण के किस राज्य से कितने मंत्री बनाए गए हैं.

PM नरेंद्र मोदी की नई सरकार में 13 सांसदों को कैबिनेट में जगह मिली है. कर्नाटक से पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी समेत 5 को कैबिनेट में जगह दी गई है. दक्षिण में कर्नाटक भाजपा के लिए सबसे ज्यादा सीटें लेकर आया. यहां 28 लोकसभा सीटों में से NDA के खाते में 19 सीटें आई. अकेले भाजपा 9 सीट जीती. जबकि उसके सहयोगी दल JDS ने 2 सीटें जीतीं.

दक्षिण के किस राज्य से कितने मंत्री

कर्नाटक में कुमारस्वामी के अलावा, मोदी की मंत्रिपरिषद में निर्मला सीतारमण और प्रल्हाद जोशी भी हैं. हालांकि ये दोनों पिछले मंत्रिमंडल का भी हिस्सा थे. केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और राज्य सरकार में पूर्व मंत्री वी सोमन्ना दोनों ने भी शपथ ली. 3 मंत्री आंध्र प्रदेश से हैं. आंध्र में NDA को 21 सीटें मिली थी. तेलंगाना से मोदी कैबिनेट में 2 मंत्री जुड़े हैं. यहां NDA के खाते में 8 सीटें आईं थी. केरल से भी 2 राज्य मंत्री बनाए गए हैं. केरल में भाजपा का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी को राज्य मंत्री बनाया गया है. तमिलनाडु के पूर्व भाजपा प्रमुख एल मुरुगन को भी मोदी के मंत्रिपरिषद में जगह मिली है.

दक्षिण में भाजपा का पूरा फोकस

भाजपा का चुनाव प्रचार के दिनों से ही दक्षिण पर फोकस शुरू हो गया था. मोदी के मंत्रिपरिषद से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा ने अपना फोकस दक्षिण में ज्यादा कर लिया है. बावजूद इसके कि भाजपा को बिहार, राजस्थान सहित कई हिन्दी बेल्ट के राज्यों में सीटें खोनी पड़ी. यूपी में नतीजे काफी चौंकाने वाले थे. भाजपा का ग्राफ 2019 की तुलना में 62 से घटकर 33 रह गया है. इसके बावजूद यूपी से मंत्रियों की संख्या 9 है. इसके बाद सबसे ज्यादा मंत्री बिहार से हैं जहां से 8 केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं.