रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव रविवार को रायबरेली पहुंचे. यहां आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर मंडरा रहे गंभीर खतरे को रेखांकित किया. उन्होंने बिहार में चल रही Special Intensive Revision (SIR) प्रक्रिया को “लोकतंत्र की नींव पर सीधा हमला” करार दिया. उन्होंने चेतावनी दी कि यह संकट अब केवल बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में फैल सकता है.

योगेंद्र यादव ने बिहार में चल रही SIR प्रक्रिया को असंवैधानिक और नागरिक अधिकारों के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि लाखों मतदाताओं के नाम, जो वर्षों से मतदाता सूची में दर्ज हैं और नियमित रूप से मतदान करते आ रहे हैं, केवल इस आधार पर हटाए जा रहे हैं कि उनके पास 2003 से पहले का नागरिकता प्रमाण नहीं है. उन्होंने कहा कि ये प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 326 और नागरिकता की निरंतरता के सिद्धांत का उल्लंघन है.

इसे भी पढ़ें : स्कूलों में श्रीमद्भगवद गीता के श्लोकों के पाठ पर चंद्रशेखर ने साधा निशाना, कहा- ऐसा करना संविधान के धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमला

प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ-साथ आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में स्वराज इंडिया ने लोकतंत्र की रक्षा और नागरिक अधिकारों के लिए एक मजबूत जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की. योगेंद्र यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि स्वराज इंडिया केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जो वैकल्पिक राजनीति और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.